उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच युद्ध की आशंकआओं के आसार बढ़ गए हैं। अमेरिका का मिसाइल डिफेंस सिस्टम ‘THAAD’ दक्षिण कोरिया पहुंच चुका है। इस सिस्टम की तैनाती से युद्ध के आसार और बढ़ गए हैं। इसको लेकर चीन ने भी नाराजगी जताई है। वाशिंगटन (एएफपी) उत्तर कोरिया से युद्ध की आशंकआओं के बीच अमेरिका का मिसाइल डिफेंस सिस्टम ‘थाड’ दक्षिण कोरिया पहुंच चुका है।
उत्तर कोरियाई रक्षा मंत्री पाक योंग सिक ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि अगर अमेरिका हमारी लगातार चेतावनी के बावजूद भी सैन्य हमले की हिमाकत करेगा तो हमारी सेना परमाणु हमलों से उसे नेस्तना बूद कर देगी। उत्तर कोरिया का विनाशक हथियारों के साथ युद्धाभ्यास जारी है।
अमेरिका ने अपने कार्ल विल्सन समेत कुछ जंगी जहाजों को कोरियाई प्रायद्वीप में भेज दिया है। इसके अलावा अमेरिकी सबमरीन यूएसएस मिशीगन भी उत्तर कोरिया का सामना करने के लिए दक्षिण कोरिया का रुख कर चुकी है। यह सबमरीन अत्याधुनिक हथियारों से लैस है। अमेरिकी नेवी के जंगी जहाज USS वायेन ने दक्षिण कोरियाई पोतों के साथ येलो सी में युद्धाभ्यास किया।
अमेरिका ने चीन से अपील की है कि वो उत्तर कोरिया पर लगाम लगाने के लिए और कदम उठाए। लेकिन, चीन ने टर्मिनल हाई ऐल्ट्यूड एरिया डिफेंस (थाड) प्रणाली की तैनाती की योजना पर नाराजगी जताई है। चीन को डर है कि ‘थाड’ की तैनाती से उसकी अपनी बैलिस्टिक क्षमताएं कमजोर होंगी।
दूसरी तरफ अमेरिका के एक अन्य जंगी जहाज ने जापानी सेना के साथ भी युद्धाभ्यास किया। इस बीच अमेरिका ने एक बार फिर से चीन को कहा है कि वह उत्तर कोरिया को किसी भ्ाी तरह की गलती न करने के लिए मनाए और उसका परमाणु कार्यक्रम बंद करवाए।
अमेरिका और उसके सहयोगी दक्षिण कोरिया का कहना है कि इस तैनाती का मकसद परमाणु सशस्त्र उत्तर कोरिया से पैदा होने वाले मिसाइल खतरों से खुद को सुरक्षित करना है।