नवरात्र का सातवां दिन आ गया है। नवरात्रों में मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा होती है। मां कालरात्रि विरोधी और शत्रु को ठीक करती हैं।
पूजन विधि-
– दीपक धूप जलाकर लाल फूल, बेसन के लड्डू, केले, लाल चुन्नी चढ़ाएं।
– मां को गुड़ से बने पकवान चढ़ाएं।
– पीला झंडा मां को अर्पित कर अपनी छत पर फहरा दें।
मां को प्रसन्न करने का विशेष भोग लगाएं-
– नारियल को महीन पीसकर चीनी की चासनी में उबालकर उसके लडडू बनाएं।
– नारियल के लड्डू का भोग लगाकर लोगों को प्रसाद बांटें
देती हैं अच्छी फसल का वरदान-
मां कालरात्रि हाथी पर सवार होकर आएंगी। कहा जाता है कि जब मां हाथी पर सवार होकर आती हैं, तो पानी बरसता है। उससे किसानों को लाभ मिलेगा। अभी रबी की फसल बोई जाती है। किसान सितम्बर से दिसंबर तक गेहूं, मक्का बाजरा, तरह-तरह की दालें और चने की बुआई करते हैं। इस बार मां दुर्गा पूजा के समय बारिश दे रही हैं। ऐसे में किसानों के खेत को पानी मिलेगा और उनके रबी की फसल में बहुत लाभ होगा।
उपाय-
– दीपक धूप जलाकर लाल फूल, बेसन के लड्डू, केले, लाल चुन्नी चढ़ाएं।
– मां को गुड़ से बने पकवान या रेवड़ी चढ़ाएं।
– लाल तिकोना झंडा मां को अर्पित कर अपनी छत पर फहरा दें।
दुश्मनों पर विजय हासिल करने के लिए-
– कालरात्रि माता को चांदी की त्रिशूल चढ़ाकर पास रखें। दुश्मन आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे।