चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बयान से एक बार फिर खलबली मच गई है। जिनपिंग ने चीनी सेना पीएलए की नई टुकड़ी 84 लार्ज मिलिट्री यूनिट के जवानों से कहा है कि वे हर तरह की जंग के लिए तैयार रहें। इसके अलावा उन्होंने सेना से कहा है कि वो इलेक्ट्रॉनिक, सूचना तथा स्पेस युद्ध जैसे ‘नए प्रकार’ की लड़ाई की क्षमता को विकसित करें।
चीनी राष्ट्रपति का ये बयान न सिर्फ दुनिया के लिए मायने रखता है, बल्कि ये भारत के लिए भी अधिक मायने रखता है क्योंकि भारत में दलाई लामा के अरुणाचल दौरे के बाद चीन-भारत के रिश्तों में काफी गर्माहट देखने को मिली हैं। साथ ही अभी हाल ही में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के कुछ जगहों के नामों की आधिकारिक घोषणा भी की है।
ये बयान भारत के लिए इसलिए भी चिंता का सबब है क्योंकि दलाई लामा के अरुणाचल दौरे से चीन ने नाराजगी जताई थी और उसने कहा था कि दोनों देशों के रिश्तों पर इसका बुरा असर पड़ेगा।
दुनिया के लिए भी ये बयान इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि हाल ही में अमेरिका ने साऊथ कोरिया में अपने टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डीफेंस इंटरसेप्टर मिसाइल की तैनाती की है। बताया जा रहा है कि अमेरिका इस मिसाइल के जरिये चीन के समूचे इलाके के साथ-साथ चीन के मिसाइल कार्यक्रम पर भी नजर रख सकेगा।
जिस तरह से उन्होंने सेना से कहा है कि वे तकनीक के स्तर पर व संयुक्त युद्धाभ्यास से युद्ध कौशल को और मजबूत बनाएं। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि चीन अपनी सेना को स्पेस वार, तकनीकी कौशल और सूचना के तकनीक स्तर पर मजबूत कर रहा है। आपको बता दें कि शी जिनपिंग सेना के सभी अंगों के प्रमुख भी हैं।