युवी

चैंपियंस ट्रॉफी में कल भारतीय टीम बांग्लादेश के साथ भिड़ेगी। लेकिन यह मैच भारतीय टीम के सिक्सर किंग युवराज सिंह के लिए खास होगा। युवराज ने साल 2000 में केन्या की राजधानी नैरोबी में आयोजित दूसरी चैंपियंस ट्रॉफी में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज किया था। युवराज ने अपने दूसरे मैच और करियर की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धमाकेदार पारी खेली थी। 17 साल में उनके खेलने के तरीके में कोई बदलाव नहीं आया है।

पांचवे भारतीय बने
अब 17 साल बाद युवराज करियर की एक और उपलब्धि के करीब पहुंच गए हैं। वह कल बांग्लादेश के खिलाफ 300वां वनडे खेलेंगे। युवराज तीन सौ वनडे खेलने वाले पांचवें भारतीय बनेंगे। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, मोहम्मद अजहरूद्दीन, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ इस मुकाम को हासिल कर चुके हैं। युवराज सिंह से ज्यादा मैच भारत के लिए सचिन तेंदुलकर (463 वनडे), राहुल द्रविड़ (340 मैच), मोहम्मद अजहरुद्दीन (334 मैच), सौरव गांगुली (311 मैच) ने खेले हैं।

बनाया विश्वविजेता
युवराज के कैंसर से जूझने के बावजूद मैदान में दोबारा वापसी करना उनके कभी न हार मानने वाले जज्बे को दिखाता है। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचकर युवराज ने साल 2011 में विश्वचैंपियन बनाने में सबसे अहम भूमिका निभाई थी। उन्हें साल 2011 के विश्वकप में मैन ऑफ द सीरीज के खिताब से नवाजा गया था। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने टूर्नामेंट के नौ मैच में 90.50 की औसत से 362 रन बनाये जिसमें एक शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं।

रिकॉर्ड
युवराज ने 20-20 विश्व कप 2007 के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ 6 गेंदों में 6 छक्के मारे थे। युवराज सिंह ने स्टुअर्ड ब्रॉड की गेंद पर 6 छक्के लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। युवराज के नाम 20-20 में 12 गेंदों में अर्धशतक बनाने का विश्व रिकॉर्ड भी है।

वनडे करियर
युवी ने अपने वनडे करियर की शुरुआत 3 अक्टूबर 2000 को केन्या के खिलाफ की थी। हालांकि युवराज को अपने डेब्यू मैच में बल्लेबाजी करने को नहीं मिली थी। युवराज सिंह ने अब तक अपने 299 वनडे मैचों की 274 पारियों में 36.84 की औसत से 8622 रन बनाए हैं, जिनमें 14 शतक और 52 अर्धशतक शामिल हैं। युवी ने वनडे में 155 छक्के और 899 चौके मारे हैं। युवी को वनडे करियर में 27 बार मैन ऑफ़ द मैच अवार्ड मिला है।