उत्तर प्रदेश : चित्रकूट में शहीद हुए दरोगा जयप्रकाश सिंह का शुक्रवार को जौनपुर के नेवरिया में अंतिम संस्कार किया जाएगा। डकैतों के साथ मुठभेड़ में दरोगा जयप्रकाश सिंह शहीद हुए थे।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने शहीद को वीरता के लिए गैलेंट्री मेडल यानि वीरता पुरस्कार देने का ऐलान किया हैं। सूबे के पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह ने शहीद हुए दरोगा जयप्रकाश सिंह के पिता से बात कर उन्हें सांत्वना दी हैं।
अपर पुलिस महानिदेशक आनंद कुमार ने बताया कि गुरुवार को मुठभेड़ में शहीद हुए दरोगा जयप्रकाश सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आनंद कुमार और सरकार के मंत्री महेंद्र सिंह उनके पैतृक गांव जाएंगे।
लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार समेत सभी पुलिस कर्मियों ने एक-एक दिन का अपना वेतन शहीद के परिजनों को देने का फैसला किया हैं। दीपक कुमार ने कहा कि शहीद दरोगा जे पी सिंह को लखनऊ पुलिस का सलाम उनके परिवार को लखनऊ पुलिस की ओर से दरोगा से लेकर एसएसपी तक अपना एक दिन का वेतन देंगे।
बुधवार देर रात पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि खूंखार बबुली कोल गिरोह जंगल किनारे के गांव निही चिरैया के करीब वन विभाग की चौकी के आसपास मौजूद हैं। इस पर पुलिस ने मऊ और मानिक सर्किल की दो पुलिस टीमें बनाकर जंगल की तरफ रवाना किया हैं।
पुलिस को देखते ही डकैतों ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं थी। पुलिस जब तक संभलती तब तक दरोगा जयप्रकाश सिंह के पेट और पैर में दो गोलियां लग चुकि थी। पुलिस दरोगा को जबतक जंगल से बाहर लाती उससे पहले ही वे शहीद हो गये।