लंदन. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में स्पीच दी। इस दौरान उन्होंने सभी कैम्ब्रिज स्कॉलर्स के सामने अपनी बात रखी।
उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देशों में मैन्युफैक्चरिंग शिफ्टिंग चीन में होने से एक गुस्से का माहौल है। इस पर तुरंत ध्यान देने और संवाद करने की जरुरत है।
राहुल गांधी ने यह बात यूनिवर्सिटी के जज बिजनेस स्कूल डिपार्टमेंट में कही। इस भाषण का विषय था- कैसे 21वीं सेंचुरी में सुनना सीखें। राहुल गांधी ने अपने भाषण में आर्ट ऑफ लिसनिंग यानी सुनने की कला पर फोकस रखा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि नए तरह की सोच को प्रमोट करना एक लोकतांत्रिक माहौल तैयार करना है। सुनने की कला एक बेहद शक्तिशाली तरीका है।
राहुल ने और क्या कहा?
उन्होंने कहा कि हम अब ऐसा ग्रह का खर्च नहीं उठा सकते जो एक लोकतांत्रिक व्यवस्था तैयार न कर सके। इसके अलावा राहुल ने कहा कि हम नए तरीके से सोचने पर विचार करना होगा। हमें लोकतांत्रिक माहौल तैयार करने पर ध्यान देने की जरुरत है।
भारत जोड़ो यात्रा का भी जिक्र
राहुल ने अपने भाषण में भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र भी किया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने 4 हजार km की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने 12 राज्य का दौरा किया। यह यात्रा सितंबर 2022 से शुरु होकर जनवरी 2023 तक चली। उनका मकसद देश में बढ़ते पक्षपात, बेरोजगारी और असमानता पर ध्यान दिलाना था। उन्होंने एमबीए स्टूडेंट से कहा कि यात्रा एक जर्नी या तीर्थ यात्रा है। यह हमें खुद को कम और दूसरों को सुनना सिखाती है।
इनसे भी करेंगे मुलाकात
राहुल गांधी एक हफ्ते यूके की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।साथ ही भारतीय प्रवासी सम्मेलन को भी राहुल गांधी लंदन में संबोधित करेंगे।