एक महिला गुड़गांव से अगवा होती है। कार के जरिए दिल्ली से होते हुए ग्रेटर नोएडा तक पहुंचती है। इस दौरान उसके साथ लगातार गैंगरेप होता है। वो चीखती है। चिल्लाती है। चलती कार में गैंगरेप का खौफनाक खेल तीन राज्यों के 80 किलोमीटर के दायरे में पूरे आठ घंटे तक चलता रहा। मगर आम लोगों की बात तो दूर किसी वर्दीवाले तक को चलती कार में रुसवा होती इंसानियत की कानों-कान ख़बर नहीं लगी। लगे भी भला कैसे जब पुलिस ही पीसीआर में ही सोती मिलेगी।
जी हां, मंगलवार की सुबह आरोपियों ने पीड़िता को ग्रेटर नोएडा के यथार्थ अस्पताल के पास फेंक दिया। इसके बाद आरोपी फरार हो गए। किसी राहगीर ने महिला को ऐसी हालत में देखकर पुलिस को सूचना दी। मगर पुलिस पीसीआर के अंदर सोती मिली। थाने पहुंची पुलिस टीम ने मामले की जांच की। इसी दौरान एक शख्स ने पीसीआर में मौजूद सोते पुलिसवालों का वीडियो बनाया लिया। यह वीडियो जैसे ही एसएसपी लव कुमार तक पहुंचा तो दोनों सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया।
कानूनी तौर पर पीसीआर में कोई भी पुलिसकर्मी सो नहीं सकता है। इसलिए एसएसपी लव कुमार ने पीसीआर पर तैनात दोनों सिपाहियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर लाइन हाजिर कर दिया। हालांकि, ये बताया गया कि गैंगरेप मामले से लाइन हाजिर सिपाहियों का कोई संबंध नहीं है। उन्हें ड्यूटी में सोने की वजह से लाइन हाजिर किया गया है। एक तरफ सूबे में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है, दूसरी तरफ पुलिस की ऐसी लापरवाही बता रही है कि उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है।
यदि ऐसा नहीं होता, तो एक महिला के साथ वो सबकुछ हो गया, जो बिल्कुल नहीं होना चाहिए था। अफसोस रात के अंधेरे में कानून के रक्षक भी गुम रहे। दरिंदों ने पीड़िता को पहले अपनी कार में अगवा किया। फिर पूरी रात शराब के नशे में उसके साथ ज़्यादती करते रहे। फिर बुरी तरह ज़ख्मी कर सड़क किनारे फेंक फरार हो गए। इस दौरान न मालूम वो कार कितने थाना इलाक़ों, भीड़ भरी ट्रैफिक और पुलिस नाकों से होकर गुज़री होगी। मगर महिला की चीखें किसी के कानों तक नहीं पहुंची।
एसएसपी लव कुमार ने बताया कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। महिला के बयानों में कुछ विरोधाभास है। उसकी जांच की जा रही है। मंगलवार सुबह 4 बजे के आसपास पीसीआर कॉल मिली। उसके बाद पुलिस ने महिला का तुरंत मेडिकल करवाया। महिला को गुड़गांव के सोहना लेकर जाया गया है। महिला के बयान के आधार पर जांच हो रही है। वारदात के रूट को भी जानने की कोशिश की जा रही है, जहां से गुजरे थे। इस मामले में ग्रेटर नोएडा में केस दर्ज हुआ है।