पणजी, मंगलवार को बाल दिवस के मौके पर गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने स्कूली बच्चों के साथ अपनी युवावस्था में ‘एडल्ट फिल्म’ देखने के अनुभव को साझा किया. एक छात्र के सवाल के जवाब में पूर्व रक्षामंत्री पर्रिकर ने बताया कि वो अपने युवा काल के दौरान किस तरह की फिल्में देखते थे?
पर्रिकर ने कहा, “हम सिर्फ फिल्में नहीं देखते थे, हमने उस समय की एडल्ट फिल्में भी देखीं हैं.” उन्होंने कहा कि आज आप अब बहुत-सी चीजें टीवी पर देख रहे हैं, जो पुराने समय में एडल्ट फिल्म में दिखाया जाता था. पर्रिकर ने कहा, “एक लोकप्रिय एडल्ट फिल्म थी. मैं उस समय वयस्क था. मैं व मेरा भाई इसे देखने गए थे. इंटरवल के दौरान, जब लाइट जली तो मैंने एहसास किया कि मेरा पड़ोसी मेरे बगल में बैठा है. यह पड़ोसी अक्सर मेरी मां के साथ शाम को बात करता था. मैंने खुद से कहा कि हम मारे गए.”
गोवा के सीएम पर्रिकर ने कहा कि वो और उनका भाई अवधूत फिल्म बीच ही में छोड़कर सिनेमाहाल से भागे. घर जाते समय उन्होंने संकट से निपटने के लिए पहले से ही योजना बना ली थी. उन्होंने कहा, “जब हम घर पहुंचे तो मैंने अपनी मां से कहा कि हम फिल्म देखने गए थे और हम नहीं जानते थे कि फिल्म अश्लील है. हमने फिल्म बीच में ही छोड़ दी. मैंने बहुत ही सहज रूप से उन्हें बताया कि हमारे पड़ोसी भी वहां थे और मैं चुप हो गया.”
उन्होंने कहा, “अगले रोज हमारे पड़ोसी ने बहुत उत्साहित होकर हमारी मां को बुलाया और कहा कि मनोहर और अवधूत एडल्ट फिल्म देखने गए थे. मेरी मां ने उनसे कहा कि मैं जानती हूं कि वो कौन-सी फिल्म देखने गए थे, लेकिन आप क्यों वो फिल्म देखने गए थे? आपको कुछ चीजें पहले से सोचनी होंगी.”