नई दिल्ली: अपने विभिन्न संगठनों के जरिए आरएसएस यूं तो कई पत्र-पत्रिकाएं छापता है। मुखपत्र के रूप में लेकिन दो ही जाने पहचाने जाते हैं हिंदी में पांचजन्य और अंग्रेजी में ऑर्गनाइजर। देश भर में आजकल इन दोनों ही अखबारों का बड़े जोर शोर से सब्सक्रिप्शन अभियान चल रहा है।
संघ के पदाधिकारी खुद ऐसे में अलग अलग क्षेत्र के नामी चेहरों से इन अखबारों से जुड़े लोग से मिल रहे है। सालाना सब्सक्रिप्शन का चैक उनसे ले रहे है। दोनों मुखपत्रों के संपादकों और दिल्ली प्रांत के संघ पदाधिकारियों ने इसी कड़ी में उपराष्ट्रपति हामिद अली अंसारी से भी मुलाकात की लेकिन उपराष्ट्रपति ने उनको अपने जवाब से लाजवाब कर दिया। संघ पदाधिकारी उपराष्ट्रपति हामिद अली अंसारी के सब्सक्रिप्शन ना लेने के बावजूद वो वहां से खुशी खुशी वापस हुए।
दरअसल उपराष्ट्रपति से पांचजन्य और ऑर्गनाइजर के सम्पादकों ने मिलने का वक्त मांगा था। चार लोग तय समय पर मिलने भी जा पहुंचे। इनमें संघ के दिल्ली प्रांत संघचालक कुलभूषण आहूजा और प्रांत प्रचार प्रमुख राजीव तुली आरएसएस से थे ऑर्गनाइजर के सम्पादक प्रफुल्ल केतकर थे और पांचजन्य के सम्पादक हितेश शंकर थे।
उपराष्ट्रपति को सभी लोगों ने अपने इस अभियान के बारे में पूरी जानकारी दी दोनों अखबारों के बारे में बताया और उनसे दोनों अखबारों का सब्सक्रिप्शन लेने की भी गुजारिश की। उपराष्ट्रपति हामिद अली अंसारी को दोनों अखबारों के सम्पादकों ने पांचजन्य और ऑर्गनाइजर की कुछ प्रतियां भी भेंट की।
संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख राजीव तुली ने इस बारे में बताया कि, ‘’उपराष्ट्रपति ही नहीं हम समाज के सभी गणमान्य व्यक्तियों से मिल रहे है। सामूहिक अभियान में आम व्यक्तियों तक भी पहुंच रहे हैं इसी क्रम में उनसे भी मुलाकात थी।
उपराष्ट्रपति हामिद अली अंसारी ने हमें बताया कि वो तो पहले से ही दोनों अखबारों को पढ़ते रहे हैं और उनके यहां ये दोनों अखबार पहले से ही सब्सक्राइब्ड हैं.‘’ जाहिर था उसके बाद तो कुछ करने को बचता ही नहीं था। उपराष्ट्रपति हामिद अली अंसारी को लेकर सोशल मीडिया पर कोई ना कोई ऐसा विवाद होता रहा है जिसमें बीजेपी या संघ को सपोर्ट करने वाले लोग उन पर सवाल उठाते रहे हैं ऐसे में उपराष्ट्रपति से आरएसएस के मुखपत्रों के सब्सिक्रिप्शन की ये मुलाकात चर्चा का विषय तो बनेगी ही।