इस समय कोरोना संक्रमण से राहत जरूर है, लेकिन दून में डेंगू का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को जिले में चार और व्यक्तियों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें कांवली रोड निवासी 14 वर्षीय युवक, सहसपुर का 32 वर्षीय व्यक्ति व विकासनगर निवासी 49 वर्षीय शख्स की स्थिति सामान्य है और वह घर पर ही हैं।
इसके अलावा जीएमएस रोड निवासी एक 66 साल की महिला में भी डेंगू की पुष्टि हुई है। महिला श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती है।
देहरादून में डेंगू के बढ़ते डंक से स्वास्थ्य महकमा सकते में है, क्योंकि डेंगू की बीमारी फैलाने वाले मच्छर के लिए मौजूदा मौसम मुफीद माना जाता है। हालांकि, विभागीय अधिकारी दावा कर रहे हैं कि नगर निगम के सहयोग से शहरभर में दवा का छिड़काव और फागिंग की जा रही है।
इन इलाकों में डेंगू के मामले मिल रहे हैं, वहां पर सघन फागिंग की जा रही है। जन सामान्य से भी अपील की जा रही है कि वह अपने घर में खाली बर्तनों में पानी जमा न होने दें।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी सुभाष जोशी के अनुसार, अभी तक जिले में 189044 घरों का सर्वे किया गया है। इनमें 8940 घरों में मच्छर का लार्वा पाया गया, जिसे टीमों ने नष्ट किया। डेंगू प्रभावित और संवेदनशील क्षेत्रों में लार्वा सर्वे, सोर्स रिडक्शन, लार्वीसाइड का छिड़काव और फागिंग लगातार की जा रही है। उन्होंने बताया कि अभी तक आए मामलों में सबसे ज्यादा मरीज 30 साल से अधिक के हैं।
जिले में डेंगू के 41 मामले आ चुके हैं, जिनमें 56 फीसदी इस आयुवर्ग के हैं। वहीं, अगर क्षेत्रवार डेंगू की स्थिति देखें तो इंदिरानगर में सात, सीमाद्वार व जीएमए रोड में चार-चार, वसंत विहार में तीन और कांवली और क्लेमेनटाउन में दो-दो मामले आए हैं।
वहीं, डालनवाला, विजय पार्क, खुड़बुड़ा, माजरी ग्रांट, सेलाकुई, शास्त्रीनगर, मसूरी, माजरा, बद्रीश कालोनी, यमुना कालोनी, बल्लीवाला, कुंजापुरी विहार, शांति विहार, टर्नर रोड, ऋषिकेश, नेहरूग्राम, सुद्धोवाला और विकासनगर में भी एक-एक मरीज मिला है।