एक तरफ पश्चिमी यूपी में बारिश ने कहर ढाया हुआ है। लगातार दूसरे दिन बारिश के कारण लोगों का जनजीवन अस्तव्यस्त है। दूसरी तरफ पूर्वी यूपी बाढ़ से परेशान है। मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ ने शुक्रवार को पूर्वी यूपी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने सरयू नदी के आस-पास के जिलों गोरखपुर, संत कबीरनगर, बस्ती, अयोध्या, गोंडा और बाराबंकी का हवाई सर्वेक्षण कर इन जिलों के जिलाधिकारियों (डीएम) से अब तक किये गये बाढ़ राहत कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार योगी ने जिलाधिकारियों को इन जिलों के प्रभावित गांवों में राहत कार्यों में तेजी लाने और साथ ही बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों एवं पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर रखने के नर्दिेश दिये हैं। प्रदेश के करीब 14 जिलों के 247 गांव में बाढ़ से हालात बिगड़े हैं। इस बीच मुख्यमंत्री योगी ने इन जिलों में स्थिति का जायजा लेने के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।
गौरतलब है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ, पीएसी और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गईं हैं। योगी ने बाढ़ प्रभावित जिलों के डीएम को राहत कार्यों में तेजी लाने समेत इस दिशा में किये गये कामों की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने जिलाधिकारियों को बाढ़ से हुई जन धन और पशुधन की क्षति का निर्धारित मानकों के मुताबिक आकलन कर सहायता एवं बाढ़ राहत सामग्री वितरित करने के काम में तेजी लाने को कहा।
यूपी के 16 जिलों में पिछले 24 घंटे में 25 मिमी से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। ऐसे में प्रदेश के 07 जिलों गोरखपुर, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, वाराणसी, बहराइच, अयोध्या और बरेली में एनडीआरएफ की 08 टीमें तैनात की गई हैं। इसके साथ ही 10 जिलों बाराबंकी, गोरखपुर, लखनऊ, मुरादाबाद, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी, इटावा, अयोध्या, मर्जिापुर में एसडीआरएफ की 15 टीमें लगाई गईं।
वहीं प्रदेश के 46 जिलों में पीएसी की 17 कंपनियों की 44 टीमों को भी तैनात किया गया है। मालूम हो कि वर्तमान में प्रदेश के 44 जिलों में कुल 67 टीमें बचाव कार्य के लिए पहले से तैनात की जा चुकी हैं।