लखनऊ, 27 अगस्त 2021
रिटायर आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को लखनऊ पुलिस ने शुक्रवार दिन में गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह करने वाली रेप पीडिता को आत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई है। अमिताभ को हजरतगंज कोतवाली में रखा गया है। इसके पहले विधानसभा चुनाव जनसंपर्क के लिए गोरखपुर जाने से पुलिस ने रोका था और नजरबंद किया गया था। इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी ।
उन्होंने ट्वीट में लिखा कि मेरे अयोध्या गोरखपुर यात्रा के निकट आते व नयी राजनैतिक पार्टी की घोषणा करते ही फिर नज़रबंद कर दिया गया। अजीबोगरीब स्थिति ! मानो कानून का नहीं व्यक्ति विशेष का राज हो! इतना डर क्यों सरकार? इससे पहले 21 अगस्त को पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को नजरबंद कर दिया था। वहीं अमिताभ की पत्नी नूतन ने इसे अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण तथा असंवैधानिक बताया है।
आपको बता दें घोसी से बसपा सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगानी वाली लड़की और गवाह की मौत के मामले में एसआईटी की रिपोर्ट पर अमिताभ ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। अमिताभ ठाकुर पर रेप के आरोपी बसपा सांसद अतुल राय का सहयोग करने का आरोप है। दुष्कर्म पीड़िता और उसके दोस्त मुकदमें के गवाह सत्यम राय ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर 16 अगस्त को वीडियो बनाया। जिसमें अमिताभ ठाकुर पर आरोप लगाया था। इसके बाद दोनों ने आत्मदाह करने की कोशिश की। गंभीर हालत में अस्पताल मं भर्ती कराया गया। जहां 21 मई को गवाह सत्यम राय और 25 मई को दुष्कर्म पीड़िता की मौत हो गई।
अमिताभ ने एक हफ्ते पहले सीएम योगी के खिलाफ यूपी विधानसभा 2022 चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। वह सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनावी जनसंपर्क के लिए गोरखपुर जाने वाले थे। इस बीच उन्हें एसीपी गोमतीनगर ने आकर रोक लिया। अमिताभ ठाकुर फिलहाल आईजी रूल्स एंड मैनुअल के पद जबरन रिटायर किया गया था। अमिताभ ठाकुर 1992 बैच के आईपीएस हैं।