अयोध्या, 29 अगस्त 2021
रामायण कान्क्लेव के उदघाटन समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व उनकी धर्मपत्नी सविता कोविंद का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपके नाम के साथ भी राम नाम जुड़ा है जो यह दर्शाता है कि किसी भी नाम में सर्वाधिक प्रयुक्त होने वाला यदि कोई नाम है तो वह राम नाम ही है। उन्होंने कहा कि जन-जन के राम व्यापक आस्था के प्रतीक हैं। यही सनातन आस्था ही राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने में सहायक सिद्ध हुई।
उन्होंने कहा कि पांच शताब्दी की प्रतीक्षा के बाद पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण का शुभारम्भ करने के लिए यहां भूमि पूजन किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामायण कान्क्लेव के लिए पुन: राष्ट्रपति की ओर से समय प्रदान करने के लिए प्रदेशवासियों की ओर से उनका आभार जताया। इसके साथ राज्यपाल की ओर से निरन्तर मिल रहे सहयोग के प्रति भी आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पांच शताब्दी के लंबे इंतजार के बाद प्रधानमंत्री मोदी की अनुकंपा से अयोध्या में श्रीराम के भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जन-जन की आस्था, पूज्य संतों एवं हमारे विचार परिवार के आन्दोलनों के परिणाम और संकल्पों के फलस्वरूप अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण कार्य का शुभारंभ हुआ है। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें इन पवित्र स्थलों का दर्शन प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या को वैश्विक मानचित्र पर प्रस्तुत करने में भारतीय रेल की बहुत बड़ी भूमिका है। योगी ने रेल राज्यमंत्री श्रीमती दर्शना जारदोश का भी अभिनंदन किया। योगी ने कहा कि प्रभु श्रीराम हम सब की आस्था, श्वांस-श्वांस, रोम-रोम में बसे हैं। उन्होंने पद्मश्री गायिका मालिनी अवस्थी के शबरी चरित्र प्रसंग के गायन की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति को भगवान राम दरबार की मूर्ति देकर तथा रामनामी अंगवस्त्रम् प्रस्तुत कर सम्मानित किया।