उत्तर प्रदेश के जीण क्षीण अवस्था वाले अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के सुधार के लिए सरकार फंड देगी। यह बात सोमवार को बीएनएसडी इंटर कॉलेज के शताब्दी समारोह के मौके पर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि विद्यालय के सुधार के लिए जो भी खर्च आएगा, उसमें आधा पैसा प्रबंध समिति को देना होगा।

जितना पैसा प्रबंध समिति देगी उतना ही पैसा सरकार देगी। विद्यालयों के प्रबंधक प्रस्ताव बनाकर सरकार को दे सकते हैं। उन्होंने विद्यालय के वयोवृद्ध शिक्षकों और पूर्व छात्रों को सम्मानित भी किया। डिप्टी सीएम ने अपने भाषण में कहा कि यहां ऐसे शिक्षक और पूर्व छात्र हैं जो मेरे जन्म से पहले यहां पर अध्ययन या अध्यापन कर चुके हैं।

इस कार्यक्रम में मुझे पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का एक संस्मरण याद आता है, जिसमें उन्होंने लिखा था किसी संस्था, परिवार या व्यक्ति की पहचान वहां के पुराने लोगों के सम्मान से होती है। इस विद्यालय में पुराने लोगों का सम्मान हो रहा है यह अच्छी बात है। इस विद्यालय के शिक्षकगण विधायक भी हैं।  वह विद्यालय में पढ़ा भी रहे होंगे। मैं भी शिक्षक हूं, जिस दिन से मैं दूसरे दायित्व में आया बिना वेतन छुट्टी पर आ गया हूं।

कानपुर से अटल बिहारी बाजपेई और दीनदयाल उपाध्याय ने शिक्षा ग्रहण करें यह बड़े लोगों को शिक्षित करने का केंद्र है। इसी शहर से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी शिक्षा ग्रहण की है। नई शिक्षा नीति पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आधुनिक शिक्षा से रोजगार और स्टार्टअप को जोड़ा जाएगा। आजादी के बाद पहली बार पाठ्यक्रम में परिवर्तन किया गया।

नौवीं से बारहवीं तक एनसीईआरटी की किताबों को लागू कर दिया गया। बीते साडे 4 वर्षों में सरकार ने 166 दीनदयाल उपाध्याय मॉडल स्कूल 77 डिग्री कॉलेज बनवाया है और 12 विश्वविद्यालय बन रहे हैं, जिसमें लॉ विश्वविद्यालय प्रयागराज, फॉरेंसिक विश्वविद्यालय लखनऊ और अटल बिहारी वाजपेई मेडिकल विश्वविद्यालय लखनऊ शामिल है।

डिप्टी सीएम ने कहा कि समय का बदलाव करने में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है अगर शिक्षक श्रेष्ठ है तो आने वाली पीढ़ी बेहतर होगी। अगर किसी विद्यालय की बिल्डिंग ठीक नहीं  है तो चल जाएगा। लेकिन संस्थान के शिक्षक पठन-पाठन वाले नहीं होंगे तो छात्रों का भविष्य बेहतर नहीं हो सकता। अच्छा शिक्षक वही है जो पूरी जिंदगी विद्यार्थी बनकर पठन-पाठन करें।

उन्होंने कहा कि कोई शिक्षक बेरोजगार ना हो इसका सरकार ध्यान रखेगी। विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसरों को शोध करने के अधिकार और कॉलेज में प्रोफेसर पद नाम पर विचार करेंगे। इस मौके पर प्रबंध मंडल से वीरेंद्र जीत सिंह, नीतू सिंह, सुरेंद्र कक्कड़ प्रधानाचार्य डॉ आरसी सिंह, विधायक अरुण पाठक, उपेंद्र पासवान, सलिल विश्नोई, सुरेंद्र मैथानी, राज्यमंत्री नीलिमा कटियार, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरुण, डीआईओएस सतीश तिवारी, सुनील बजाज, माधुरी शुक्ला, शैलेंद्र द्विवेदी और राहुल मिश्रा आदि मौजूद रहे।