UP के मुजफ्फरनगर के खतौली रेलवे स्टेशन के हुए ट्रेन हादसे में जनहानि के अलावा रेलवे को खासा आर्थिक नुकसान भी हुआ है। रेलवे अधिकारियों के अुनसार, एसी और नॉन एसी कोच की कीमत पचास लाख से ऊपर होती है।
उत्कल एक्सप्रेस में लगे एसी के रेलवे कोच की कीमत 80-90 लाख के बीच आंकी गई है। दुर्घटना में उत्कल एक्सप्रेस के दो एसी कोच क्षतिग्रस्त हो गए हैं। एक एसी कोच को तैयार करने में जनरल और स्लीपर कोच से अधिक समय लगता है। वहीँ, नॉन एसी कोच दो तरह की श्रेणी में शामिल होते हैं। इसे डिजाइन करने में भी काफी समय लगता है। जनरल और स्लीपर कोच के लिए अलग-अलग डमी का प्रयोग करना होता है। नॉन एसी कोच की कीमत 60-70 लाख रुपये आंकी गई है। हादसे के दूसरे दिन कोच क्षतिग्रस्त होने की फाइनल रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दी गई है।
हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाए गए कर्मचारियों की संख्या पर दो करोड़ से ज्यादा का खर्चा आंका जा रहा है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार 25 करोड़ से ज्यादा का फटका रेलवे को लगने जा रहा है। मारे गए यात्रियों के लिए मुआवजा और राहत राशि का भी करोड़ो का भुगतान करेगा।
कैसे हुआ था हादसा
ये हादसा शनिवार की शाम 5 बजकर 46 मिनट पर हुआ। जब ये ट्रैन पुरी से हरिद्वार जा रही थी। मुजफ्फरनगर के खतौली रेलवे स्टेशन के पास पहुँचते ही ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतरकर अगल-बगल के घरों और एक स्कूल में घुस गए। इस ट्रेन का नंबर 18477 था।
इस हादसे के बाद घटनास्थल पर तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था। वहीं ATS की टीम एक्सीडेंट के बाद रात को ही मौके पर पहुंच गई। ATS सूत्रों के देखें तो शुरुआती जांच में टेरर एंगल नजर नहीं आता है।
बता दें शाम तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा। वहीं यह हादसा कैसे हुआ और इसका कारण क्या है ? यह जांच का विषय है। वहीं इस मामले में घटनास्थल पर पटरी पर काम चलने की बात को सिरे से खारिज किया गया है।
वहीं पिछली कई ट्रेन दुर्घटनाओं में आतंकी साजिश की भी बात सामने आई थी, जिसकी जांच में NIA जुटी है। घायलों का इलाज मुजफ्फरनगर और मेरठ के अस्पतालों में हो रहा है।