अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को ऐतिहासिक पेरिस जलवायु समझौते से अलग कर लिया है। ट्रंप का कहना है कि इस समझौते में भारत और चीन के लिए सख्त प्रावधान नहीं किए गए हैं। इस तरह ग्लोबल वार्मिंग से निपटने की अंतरराष्ट्रीय कोशिशों से अमेरिका अलग हो गया है।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में कहा, ‘हमारे नागरिकों के संरक्षण के अपने गंभीर कर्तव्यों को पूरा करने के लिए अमेरिका पेरिस जलवायु समझौते से हट जाएगा। हम उससे हट रहे हैं और फिर से बातचीत शुरू करेंगे।’ ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि जलवायु परिवर्तन को लेकर पेरिस समझौते में अमेरिकी हितों के लिए एक उचित समझौता हो।
इस पर पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ट्रंप की निंदा करते हुए कहा कि अमेरिका समझौते का पालन न कर भावी पीढ़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना है। वहीं, यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष जीन क्लाउडे जंकेर ने ट्रंप के कदम को बेहद गलत फैसला करार दिया है।
The Paris Accord is a bad deal for Americans, and @POTUS' action today is keeping his promise to put American workers first. pic.twitter.com/YfbnaymerP
— The White House (@WhiteHouse) June 1, 2017
इससे पहले 31 मई को अमेरिका के राष्ट्रति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत, रूस और चीन पर निशाना साधते हुए कहा था कि ये देश प्रदूषण रोकने के लिए कुछ नहीं कर रहे है, जबकि इसके लिए अमेरिका करोड़ों डॉलर दे रहा है। मालूम हो कि पेरिस समझौते पर 190 से अधिक देशों ने सहमति जताई थी। इसकी पहल तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने खुद की थी। इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप अक्सर कहते आ रहे हैं कि अमेरिका ने पेरिस में ‘सही सौदा’ नहीं किया।