अमेरिका की ओर से एक बार फिर पाकिस्तान को सलाह दी गई है कि वे आतंकवाद को छोड़ कर भारत से दोस्ती कर ले। अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने कहा कि, ” यदि पाकिस्तान अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियों को निभाने का तरीका ढूंढ लें और अपनी सरजमीं को आतंकवादियों के लिए पनाहगाह न बनने दे, तो उसे भारत की ओर से काफी आर्थिक लाभ मिल सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि, ‘सरकार का रुख बहुत स्पष्ट है और पाकिस्तान से उसकी जो अपेक्षा है उसे लेकर वह दृढ़ है तथा उनका प्रशासन बदलाव लाने के लिए सरकार के सभी आयामों का इस्तेमाल कर रहा है।’
गौरतलब है कि मैटिस का यह बयान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दक्षिण एशिया नीति घोषित करने के कुछ सप्ताह बाद ही आया है। दक्षिण एशिया नीति में ट्रंप ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी नीति अपनाई है।
पड़ोसी के तौर पर अहम भारत-
मैटिस ने कहा कि, ‘निश्चित तौर पर एक पड़ोसी के तौर पर भारत की अहम भूमिका है और यदि पाकिस्तान अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियों को निभाने का तरीका ढूंढ लेता है तथा देश के भीतर किसी भी तरह की पनाहगाह का खात्मा करता है, तो उसे ठोस आर्थिक लाभ हो सकते हैं।’
रक्षा मंत्री ने कहा कि, ‘ट्रंप प्रशासन का मानना है कि जब तक पनाहगाह खत्म नहीं किए जाते तब तक ना केवल अफगानिस्तान बल्कि पाकिस्तान और भारत के आसपास कहीं भी स्थिरता कायम करना काफी मुश्किल होगा।’ मैटिस सांसदों के इन सवालों का जवाब दे रहे थे कि प्रशासन क्यों मानता है कि पाकिस्तान इस समय अपना रवैया बदलेगा।
समिति के चेयरमैन सीनेटर जॉन मैक्केन ने कहा कि, ‘ट्रंप ने कहा है कि वह आतंकवादियों को प्रश्रय देने वाले पाकिस्तान के प्रति अमेरिका का रुख बदलेंगे, ये आतंकवादी अमेरिकी सेवा के सदस्यों और अधिकारियों को निशाना बनाते हैं।’