शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष और बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर बड़ा झटका दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना मामले में बिना शर्त माफी मांगने को कहा है, कोर्ट ने आदेश दिया है कि 14 जुलाई को ठाकुर व्यक्तिगत रुप से पेश हों। जस्टिस दीपक मिश्रा, एम खानविलकर और डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने यह आदेश दिया है।
बेंच ने कहा कि कोर्ट पिछले हलफनामा को मान्य नहीं मानेगा। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने लोढ़ा कमिटी की सिफारिशों को ना मानने के कारण उन्हें अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। कोर्ट ने कहा था कि अनुराग ठाकुर पर अवमानना का केस चलाया जा सकता है, ‘अगर बिना शर्त माफी नहीं मांगी तो उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है। अनुराग पर आरोप है कि उन्होंने कोर्ट से झूठ बोला था कि सुधार प्रक्रिया में बाधा पहुंचाने की कोशिश की।’
अनुराग ठाकुर पर झूठा हलफनामा दायर करने का आरोप था। पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर को झूठी गवाही देने के लिए फटकार लगाई थी।
लोढ़ा कमेटी
सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में आईपीएल के दौरान स्पाट फिक्सिंग और सट्टेबाजी प्रकरण की जांच करने के लिए लोढ़ा कमेटी का गठन किया था। लोढ़ा कमेटी ने भारतीय क्रिकेट और उसके प्रशासन को बेहतर बनाने के कुछ सिफारिशें बीसीसीआई के सामने रखी थी। जिसका विरोध बीसीसीआई ने किया था। सुप्रीम कोर्ट ने बाद में बीसीसीआई को यह आदेश मानने के आदेश दिया।