अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में भारतीय दूतावास के पास शक्तिशाली बम धमाका हुआ है। इस धमाके में 2 लोगों की मौत हो गई है, करीब 90 लोगों के घायल होने की खबर है। हालांकि भारतीय दूतावास के सभी कर्मचारी सुरक्षित बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि इन धमाकों से जर्मन और ईरानी दूतावास निशाने पर था।
#WATCH Visuals from the blast site in Kabul, Indian embassy staff safe. AP reports 50 people have been killed or wounded #Afghanistan pic.twitter.com/a6rC71DKea
— ANI (@ANI_news) May 31, 2017
भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी ट्वीट कर भारतीय दूतावास के लोगों के सुरक्षित होने की जानकारी दी है। धमाके से भारतीय दूतावास की इमारत को थोड़ा नुकसान पहुंचा है। खिड़कियों के शीशे टूट गए हैं। अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत मनप्रीत वोहरा ने कहा कि इस धमाके से हमारी बिल्डिंग समेत आस-पास की बिल्डिंग को काफी नुकसान पहुंचा है। मगर हमारे सभी लोग सुरक्षित हैं।
By God's grace, Indian Embassy staff are safe in the massive #Kabul blast.
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) May 31, 2017
काबुल के इस हाई सिक्योरिटी वाले डिप्लोमेटिक एरिया में हुए धमाके के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। ये धमाके बुधवार सुबह स्थानीय समयानुसार 8.30 बजे के करीब हुए हैं, जब इलाके में खासी भीड़ होती है। कहा जा रहा है कि यह बम धमाका ईरान और जर्मन दूतावास के पास हुआ है। वहीं समाचार एजेंसी ने स्थानीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि इस धमाके में करीब 90 लोगों के हताहत होने की आशंका है।
Pictures of immediate aftermath of Kabul explosion, Afghan Health Ministry says 60 people wounded so far. pic.twitter.com/Jxjl6JTIIk
— ANI (@ANI_news) May 31, 2017
अमेरिकी दूतावास के पास भी हुए थे धमाके-
इससे पहले मार्च में अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आतंकियों ने अमेरिकी दूतावास के पास स्थित एक मिलिट्री हॉस्पिटल को निशाना बनाया था। हमले में 30 लोगों की मौत हुई थी। इस हमले का जिम्मा ISIS ने लिया था।
काबुल में नहीं रुक रहे हैं आतंकी हमले-
काबुल हाल के दिनों में कई आतंकी हमलों का शिकार रहा है। इससे पहले फरवरी महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट में हुए आत्मघाती बम धमाके में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई थी। हमला उस सड़क पर हुआ जो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अमेरिकी दूतावास की तरफ जाती है। इन धमाकों ने अफगानिस्तान में बढ़ते असुरक्षा के माहौल को फिर जाहिर किया है, जहां अमेरिका समर्थित बल तालिबान विद्रोहियों के साथ अल कायदा और इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों से जूझ रहे हैं।