अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप विदेश में बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं। जर्मनी के हैम्बर्ग में आयोजित G-20 में हिस्सा लेने पहुंचे ट्रंप को वहां ठहरने के लिए होटल तक नहीं मिल रहा है। बताया जा रहा है कि हैम्बर्ग में ट्रंप के लिए बड़ा होटल बुक करने में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, ट्रंप के साथ हैम्बर्ग का दौरा कर रहे स्टाफ ने G-20 के नेताओं से मुलाकात से पहले होटल बुक करने में देरी कर दी, जिसके चलते अमेरिकी राष्ट्रपति को ठहरने के लिए बड़ा होटल नहीं मिल रहा है।
जर्मनी के स्थानीय अखबार हैमबर्ग अबेंडब्लाट के अनुसार फॉर सीजन्स होटल ने रूम उपलब्ध नहीं होने की वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मेजबानी करने से इनकार कर दिया। जब ट्रंप को शहर के किसी बड़े होटल में ठहरने की इजाजत नहीं मिली और बाहर निकलना पड़ा, तो बेहद शर्मिंदगी महसूस हुई। दिलचस्प बात यह है कि रियल एस्टेट दिग्गज डोनाल्ड ट्रंप खुद कई लग्जरी होटलों के मालिक हैं। उनके होटल अमेरिका ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में हैं। हालांकि जर्मनी में उनके एक भी होटल नहीं हैं।
बजफीड न्यूज के अनुसार सऊदी अरब के किंग सलमान और उनका स्टाफ फॉर सीजन्स होटल और हैम्बर्ग के दो बड़े होटलों में ठहर रहा है। हालांकि ट्रंप हैम्बर्ग के सीनेट हाउस और उनका स्टाफ शहर में स्थित अमेरिकी वाणिज्यिक दूतावास में ठहर रहा है। बताया जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पार्क हयात में ठहरे हुए हैं। वह जी-20 समिट से इतर डोनाल्ड ट्रंप से सीरिया मसले को लेकर चर्चा करेंगे। वहीं, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटलांटिक केम्पिंस्की होटल में ठहरे हुए हैं। जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रूदो भी इसी होटल में ठहरे हुए हैं। यह पहली बार नहीं है, जब अमेरिकी स्टाफ ने समय से होटल बुक नहीं करने की गलती की है।