सावन का पवित्र महीना चल रहा है और आज सावन का तीसरा सोमवार है। सोमवार को भगवान शिव की विशेष पूजा- अर्चना की जाती है। मगर क्या आप जानते हैं सोमवार का दिन भगवान शिव को क्यों पसंद है, भक्तों के मन में कई बार यह सवाल आता है कि इस दिन शिव जी की आराधना का क्या महत्व है? आइए जानते हैं कि सोमवार को ही क्यों होती है भगवान शिव की पूजा?
पुराणों और शास्त्रों के मुताबिक सोम का मतलब चंद्रमा से होता है। जिस प्रकार चंद्रमा की तमाम खामियों के बाद भी भगवान शिव ने उन्हें अपने सिर पर स्थान दिया है। इसी कारण से सोमवार को भगवान शिव का वार माना जाता है। सोम का दूसरा मतलब सौम्य भी होता है। भगवान शिव सौम्य और जल्दी खुश होने वाले देवता हैं, इस कारण से भी भोलेनाथ को सोमवार का देवता माना जाता है।
वहीं सोम का अर्थ होता है शिव संग उमा का। शिव के साथ मां भगवती की भी उपासना करनी चाहिए क्योंकि बिना शक्ति के शिव के रहस्य को समझना अत्यंत कठिन है। इसलिए सोमवार को शिव जी की उपासना का विशेष महत्व है।
ऐसा माना जाता है सोम में ऊं समाया हुआ है, इसी कारण से सोमवार को महादेव की उपासना की जाती है, जिससे इस दिन पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होता है।