शिवगंगाः तमिलनाडु में विभिन्न स्थानों पर जल्लीकट्टू (सांड़ों की लड़ाई) आयोजन के दौरान आज 3 दर्शकों की मौत हो गयी तथा करीब 150 अन्य घायल हो गए। शिवगंगा जिले के सिरावयाल गांव में पोंगल पर्व के दौरान आयोजित मंजुविरात्तु (जल्लीकट्टू की तरह के खेल) के दौरान कुछ अज्ञात लोगों की ओर से अनिबंधित सांड़ों को भीड़ में छोड़ देने के कारण हुई भगदड़ में 3 दर्शकों की मौत हो गयी और 150 अन्य घायल हो गए।
मृतकों की पहचान रामनाथन (38) और काशी (25) के रुप में हुई है। पुलिस अधीक्षक टी जयचंद्रन ने बताया कि दर्शकों की भीड़ में सांड़ों को खुला छोड़ने के लिए जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दर्शक मंजुविरात्तु आयोजन को देखने के लिए एकत्र हुए थे। तिरुचिरापल्ली जिले के अवारंगादु गांव में आयोजित जलीकट्टु के दौरान एक उत्तेजित सांड़ के हमले में आर सोलाइंदी (25) नामक व्यक्ति की मौत हो गयी और 40 अन्य घायल हो गए।
सभी घायलों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया है। मदुरै के अलानगनाल्लुर में जल्लीकट्टू के दौरान 36 लोग घायल हो गए जिनमें छह की हालत चिंताजनक है। गंभीर रुप से घायलों को सरकारी राजाजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। वहां दिन भर चले इस आयोजन में विभिन्न जिलों से आये 687 निबंधित सांड़ संचालकों तथा 571 सांड़ों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी और उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने संयुक्त रुप से हरी झंडी दिखाकर जल्लीकट्टू आयोजन का सुबह में संयुक्त रुप से उद्घाटन किया। यह राज्य में पहली बार है कि किसी मुख्यमंत्री ने जल्लीकट्टू आयोजन का उद्घाटन किया। सांड़ों के एक युवा संचालक अजय को एक कार भेंट कर सम्मानित किया गया जिसने जल्लीकट्टू में आठ सांड़ों के साथ भाग लिया था। राज्य के अन्य स्थानों से भी जल्लीकट्टू के दौरान कई लोगों के घायल होने की सूचना है।