गांव का नाम

हरियाणा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर एक गांव है।
हरियाणा के मेवात में मरोड़ा गांव को अब ‘ट्रंप ग्राम’ के नाम से भी जाना जाएगा। सरकारी दस्तावेजों में अभी भी यह मरोड़ा गांव के नाम से ही जाना जाएगा लेकिन गांव वाले इस गांव को राष्ट्रपति ट्रंप का नाम दिए जाने से बेहद खुश हैं।

आपको बताते हैं कि आखिर इस गांव का नाम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर क्यों रखा गया। गांव में शौचालयों की कमी से कहानी की शुरुआत होती है।

हरियाणा के मेवात में मरोड़ा गांव है। गरीबी से जूझ रहे 160 घरों के इस गांव में शौचालय नहीं है। गांव की बहू-बेटियों को घरों में शौचालय ना होने की वजह से सालों तक शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है।

 

अपने गांव के सरपंच से शिकायत करके गांव के हर घर में शौचालय बनाने का दबाव क्यों नहीं बनाया तो इन लड़कियों ने कहा कि सरपंच ने कभी कुछ नहीं किया। गांव के वर्तमान सरपंच शौकत अली ने इसके लिए पुराने सरपंच को दोषी ठहरा दिया।

लेकिन अब निजी संस्था द्वारा ही सही हर घर में शौचालय बन जाने से गांव की औरतें और लड़कियां खुशी हैं।

दिलचस्प यह है कि आखिर हरियाणा के एक छोटे से गांव का नाम दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश और उसके सबसे शक्तिशाली राष्ट्रपति के नाम पर कैसे पड़ा?

इस गांव के हर घर में शौचालय बनाने का काम निजी सामाजिक संस्था सुलभ इंटरनेशनल ने शुरू किया है सुलभ ने ही यह तय किया कि इस गांव का नाम अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर रखा जाए।

इस बारे में सुलभ इंटरनेशनल के चेयरमैन बिंदेश्वर पाठक का कहना है, ‘इन सभी घरों में ट्रंप के नाम पर ही शौचालय बनाए जा रहे हैं. गांव के बच्चे-बच्चे को अब ट्रंप का नाम और वह कौन हैं इस बारे में पता है और इन बच्चों को भी खुशी है कि अभी उनका गांव डोनाल्ड ट्रंप के नाम से जाना जाएगा। ‘ प्रधानमंत्री मोदी इसी महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल ट्रंप से अमेरिका में मुलाकात करेंगे. अमेरिका में मुलाकात करेंगे मुलाकात के ठीक पहले उत्तर भारत का एक गांव और उसकी पंचायत राष्ट्रपति ट्रंप के नाम से जाना जाएगा।