सिरसा : जेल में बंद बलात्कारी बाबा गुरमीत राम रहीम के कई राज आज खुलकर सबके सामने आएंगे। अदालत के आदेश पर सिरसा में मौजूद डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। सुरक्षाबल हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा हेडक्वार्टर में घुस गए हैं। 5000 जवानों को सर्च ऑपरेशन के लिए तैनात किया गया है। इसमें अर्द्धसैनिक बल, सेना, पुलिस की टीमें भी शामिल हैं। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी। निगरानी के लिए हाईकोर्ट ने एक रिटायर्ड जज एके पवार को नियुक्त किया है। जिनकी निगरानी में सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा।
डेरा ने भक्तों से की शांति की अपील-
डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपश्यना इंसान ने कहा है कि हेडक्वार्टर में कानूनी प्रक्रिया चल रही है। इसके अंतर्गत कैंपस में छानबीन की प्रक्रिया जारी है। डेरा सच्चा सौदा हमेशा से कानून का पालन करता आ रहा है। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा है कि कानून का साथ दें और शांति बनाए रखें।
पूर्व जज करेंगे निगरानी-
हाई कोर्ट के पूर्व जज एके पवार ने गुरुवार को सिरसा में सर्च ऑपरेशन के मद्देनजर सभी अधिकारियों के साथ बैठक की थी। जिसमें आईजी, एसपी, डीसी के साथ ही सीआरपीएफ, बीएसएफ और एसएसबी के आला अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक में सुरक्षा के हालात और बंदोबस्त को लेकर चर्चा की गई थी।
बैठकों को ये दौर पूरी रात चलता रहा। अधिकारी हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं। सर्च ऑपरेशन के लिए हाईकोर्ट की मंजूरी मिल जाने के बाद मौके पर 5000 जवानों की तैनाती की गई है। जो सर्च ऑपरेशन का हिस्सा होंगे। इस दौरान पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी की जाएगी।
सर्च ऑपरेशन के मद्देनजर सिरसा में पुलिस, पैरा मिलट्री फोर्स की 25 कंपनियां तैनात की गई हैं। इसके साथ ही आर्मी की 2 कंपनियां भी वहां मौजूद हैं। बम निरोधक दस्ते के 12 जवानों के साथ ही 1000 जवान भी तैनात किए गए हैं। पुलिस ने ऑपरेशन के लिए 15 लोहारों को भी हायर किया है, जो ताले वगैरह तोड़ने के लिए तैयार रहेंगे।
डेरा इलाके में कर्फ्यू-
स्वाट टीम भी सिरसा में मौजूद है। डेरा सच्चा सौदा इलाके में अभी भी कर्फ्यू जारी है। बाहरी लोगों के डेरा परिसर में घुसने पर पाबंदी लगाई गई है। डेरा इलाके में गांव वालों को भी बिना पहचान पत्र के प्रवेश नहीं दिया जाएगा। डेरा में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बलों का पहरा लगा हुआ है।
उपद्रवियों से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। डेरे को पहले ही समर्थकों से खाली करा दिया गया है। हर गेट पर पुलिस प्रशासन की पैनी नजर है। पिछली हिंसा की घटनाओं से सबक लेकर पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने किसी भी हालात से निपटने के लिए पुख्ता तैयारी की है।