मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का संगठन जमात-उद-दावा अगले साल पाकिस्तान में होने वाले आम चुनाव में उतरेगा। पिछले महीने जमात-उद-दावा ने मिल्ली मुस्लिम लीग नाम से पार्टी के गठन का एलान किया था।
लाहौर में नेशनल असेंबली की एनए-120 सीट पर हुए उपचुनाव में जमात-उद-दावा समर्थित उम्मीदवार शेख याकूब तीसरे स्थान पर रहा था। इस सीट पर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज जीतीं और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की उम्मीदवार यासमीन राशिद दूसरे स्थान पर मौजूद रहीं।
याकूब ने कहा कि, “नया संगठन अगले साल होने वाले आम चुनाव में हर सीट पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगा।”
याकूब इस उपचुनाव में मिल्ली मुस्लिम लीग के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहता था। मगर मिल्ली मुस्लिम लीग के अभी चुनाव आयोग में पंजीकृत न होने की वजह से वह ऐसा नहीं कर सका।
समाचार पत्र ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक अमेरिकी वित्त विभाग की ओर से 2012 में जारी प्रतिबंधित लोगों की सूची में याकूब का नाम शामिल था। इसी साल की शुरुआत में पाकिस्तान ने खुद हाफिज सईद को आतंकवादी घोषित कर दिया है।
याकूब ने कहा कि, “हमें एनए-120 सीट पर हुए उपचुनाव में बहुत अच्छी प्रतिक्रिया हासिल हुई है। यह हमारा पहला चुनाव था और लोगों ने हमारा स्वागत किया है।”
उसने कहा कि, “हम राजनीति के मैदान में अपना पैर जमाने के लिए आ रहे हैं। लोग ऐसी पार्टी चाहते हैं, जो पाकिस्तान को भारत, अमेरिका और इजरायल जैसे दुश्मनों के खिलाफ मजबूत बनाए और साथ ही लोगों की बुनियादी समस्याओं का भी समाधान करे।”
हाफिज सईद को नजरबंद रखे जाने के दौरान जमात-उद-दावा ने मिल्ली मुस्लिम लीग का गठन किया था।