फ्रांस की राजधानी पेरिस में एक हथियारबंद शख्स ने पुलिस बस पर हमला किया। हमले में एक पुलिसकर्मी की मौत की खबर आयी है, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हालांकि, स्काई न्यूज के अनुसार एक और घायल पुलिसकर्मी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया है। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुआँ ओलांद के अनुसार उन्हें यकीन है कि ये एक आतंकी हमला था।
ऐसे हुआ हमला
हमला पेरिस के शाँ एलीजे इलाके में शहर की एक मुख्य सड़क पर हुआ था। शाँ एलीजे पेरिस की मशहूर जगहों में से एक है और यहां हर वक्त विदेशी सैलानियों का जमावड़ा रहता है। फ्रांसीसी मीडिया के अनुसार हमलावर एक कार से उतरा और ऑटोमेटिक बंदूक से पुलिस की बस पर गोलीबारी शुरू कर दी। घटना के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया। हमलावर ने भागने की कोशिश की मगर सुरक्षाबलों ने उसका पीछा किया और मुठभेड़ मे मार गिराया। फ्रांसीसी सरकार के प्रवक्ता पिएरे हेनरी ब्रांडेट ने मीडिया को बताया है कि हमलावर ने सोची समझी साजिश के तहत पुलिसवालों को निशाना बनाया था।
आईएसआईएस ने ली जिम्मेदारी
फ्रांस की मीडिया के अनुसार आतंकी संगठन आईएसआईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। पेरिस प्रशासन का दावा है कि हमलावर की शिनाख्त कर ली गई है। हालांकि सरकार की ओर से उसकी पहचान जारी नहीं की गई है। मगर आईएसआईएस की समर्थक समाचार एजेंसी अमाक ने अपनी वेबसाइट पर आतंकी संगठन के हवाले से बयान छापा है, जिसमें बंदूकधारी को संगठन का लड़ाका बताया गया है और उसका नाम अबू यूसुफ अल बलजिकी होने का दावा किया गया है। पेरिस में उसके घर और पड़ोस की तलाशी ली जा रही है। पुलिस ये पता लगा रही है कि क्या हमले में और भी आतंकी शामिल थे। हमले के बाद पूरे फ्रांस में आतंकवाद रोधी अभियान छेड़ दिया गया है।
राष्ट्रपति चुनाव से पहले हमला
ये हमला फ्रांस में रविवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले हुआ है। हमले में मारे गए पुलिसवालों के सम्मान में 11 में से ज्यादातर उम्मीदवारों ने अपना प्रचार खत्म कर दिया है। फ्रांस में साल 2015 से अब तक आतंकी हमलों में 238 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। इनमें से ज्यादातर हमलों का जिम्मा आईएसआईएस ने लिया है। लिहाजा चुनाव में आतंकवाद सबसे बड़े मसलों में से एक है। दक्षिणपंथी उम्मीदवार मरीन ली पिन चुनाव में जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। माना जा रहा है कि हमले से उन्हें फायदा हो सकता है।
दुनिया भर में निंदा
फ्रांस में हुए हमले की यूरोप और अमेरिका समेत दुनिया भर के देशों ने निंदा की जा रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्रांस के लोगों को मजबूत और सचेत बने रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, ‘ हम फ्रांस के लोगों के साथ संवेदना जाहिर करते हैं। ये एक और आतंकी हमला था। हम क्या कह सकते हैं? ऐसे हमले रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं।’ हमले के बाद ब्रिटेन की प्रधानमंत्री ने फ्रांस के राष्ट्रपति से बात कर संवेदना जाहिर की है।