नई दिल्ली : दुनिया में एक तरफ बढ़ती आबादी का शोर दबाने की कवायद ज़ारी है,सरकार लोगों से प्रजनन दर पर लगाम लगाने की मांग कर रही है। इसके लिए कई अवरेनेस प्रोग्राम भी चलाये जा रहे हैं ताकि जनसँख्या वृद्धि पर रोक लग सके। कुछ देशों में तो एक निश्चित सीमा के पार बच्चे पैदा करने पर सख्त पाबंदी है। तो दूसरी तरफ दुनिया में एक विचित्र देश ऐसा भी है जहां की सरकार खुद लोगों को जनसँख्या वृद्धि के लिए उकसा रही है। इसके तहत वहां की गवर्मेन्ट बकायदा तरह-तरह के प्रोग्राम भी चला रही है जिसमें वो लोगों को सेक्स के प्रति आकर्षित करने और अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने की मांग कर रही है।
डेनमार्क में प्रेग्नेंट होने के लिए दिया जा रहा है भत्ता
डेनमार्क एक ऐसा ही देश है जहां पर लोगों पर सेक्स करने और बच्चे पैदा करने का दबाव बनाया जा रहा है। जिसके चलते अगर कोई परिवार अपनी फैमिली आगे बढ़ाने में इंट्रेस्टेड नहीं है तो फिर भी वहां की सरकार के नियमों के चलते उन्हें बच्चा पैदा करना ही होगा। इस देश का फर्टिलिटी रेट सामान्य से भी काफी कम है जिसके चलते वहां की सरकार लोगों के लिए आकर्षक योजनाएं भी चला रही है ताकि लोग अधिक से अधिक जनसँख्या वृद्धि करने में पार्टिसिपेट करें।इसके चलते एक डेनमार्क की एक ट्रैवल कंपनी महिलाओं को गर्भवती होने के लिए प्रेरित कर रही है और आकर्षक भत्ते दे रही है।
माँ बनने पर मिलेगा रेफ्रिजरेटर
दूसरी तरफ रूस के हालत तो और अधिक रोचक हैं। वहां की सरकार ने 2007 में 12 सितम्बर के दिन को गर्भधारण दिवस घोषित कर दिया था। जिसके अंतर्गत हर साल 12 सितम्बर को आधिकारिक अवकाश रहता है ताकि महिलाएं इस दिन कन्सीव( प्रेगनेंट ) हो सकें। और जो भी महिला आज से 9 महीने बाद यानी 12 जून को बच्चे को जन्म देती है तो वहां की सरकार उस महिला को एक रेफ्रिजरेटर गिफ्ट में भी देती है।
जापान में भी दी जा रही हैं ट्रेनिंग
जापान में भी जनसँख्या वृद्धि में आयी भारी कमी को देखते हुए वहां की सरकार कई प्रोग्राम भी चला रही है। 2010 में सुकुबा यूनिवर्सिटी के छात्रों ने एक रोबोट बेबी योतारो का आविष्कार किया जिससे जापानी दंपतियों को पैरेंटहुड की ट्रेनिंग मिल सके।
अगर सेक्स नहीं किया तो लगेगा अतरिक्त टैक्स
रोमानिया के हालात तो और भी अलग हैं। यहां पर जन्म दर इतनी अधिक गिर गयी हैं कि वहां की सरकार ने अब संतानविहीन दंपतियों पर 20 परसेंट अधिक इनकम टैक्स लगाना शुरू कर दिया है। सरकार का कहना है कि अगर आप देश की जनसँख्या वृद्धि में मदद नहीं कर सकते हैं तो आर्थिक रूप से ही देश की मदद करनी पड़ेगी।
7 बजे ही बंद हो जाती हैं लाइट्स
साउथ कोरिया में भी हर महीने के तीसरे बुधवार को शाम 7 बजे तक सारी लाइट्स बंद कर दी जाती है। ताकि पुरुष और महिलायें इस समय का सदुपयोग अपना परिवार बढ़ाने में कर सके। साउथ कोरियन सरकार ज्यादा बच्चे पैदा करने पर भत्ता भी दे रही है।
सेक्स के प्रति उकसाने में ही खर्च हो गए करोड़ों
दुनिया का सबसे कम जन्म दर वाला देश सिंगापुर है। यहाँ पर फर्टिलिटी रेट (0.81) है जो किसी भी देश से काफी कम है। हर साल 9 अगस्त के दिन यहाँ नेशनल नाइट्स का आयोजन किया जाता है। ताकि इस दिन सभी कपल एक साथ टाइम स्पेंड कर सकें। इस दिन होटल्स में भी कपल के लिए खास ऑफर चलाये जाते हैं। हर साल यहाँ की सरकार सिर्फ सेक्स के प्रति लोगों को बढ़ावा देने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर देती हैं।
प्रेग्नेंट होने पर मिल सकता है कैश प्राइज
हांगकांग का फर्टिलिटी रेट भी लगभग 1.18 के करीब है। लेकिन सबसे बुरी बात इस देश के लिए ये है कि यहाँ पर जन्म दर तो बेहद कम है ही मगर मृत्यु दर भी काफी कम है। जिसके चलते यहाँ पर कामगार युवाओं की अपेक्षा असहाय वृद्ध जनों की तादाद अधिक बढ़ गयी है। जिसके चलते वहां की सरकार भी सिंगापुर की तर्ज पर महिलाओं को प्रेग्नेंट होने पर कैश प्राइज देने की योजना बना रही है।