तमिलनाडु विधानसभा: बुधवार को हंगामे के बीच विपक्षी दल द्रमुक के कई सदस्यों को सदन से बाहर निकाल दिया गया। दल द्रमुक के कई सदस्य मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी द्वारा विश्वासमत हासिल किए जाने से पहले अन्नाद्रमुक विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त का मुद्दा उठाने का प्रयास कर रहे थे।
विधानसभाध्यक्ष पी. धनपाल ने कहा कि मामला अदालत में लंबित है और उसपर चर्चा नहीं हो सकती है। विधानसभाध्यक्ष की बात न मानते हुए विपक्षी दल मामले पर चर्चा के लिए अड़ा रहा जिस वजह से विधायकों को सदन से बाहर निकाल दिया गया। विपक्ष के नेता एम. के.स्टालिन को सदन से बाहर निकाला गया। स्टालिन और अन्य विधायकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
धनपाल ने पहले कहा था कि मुद्दा अदालत में विचाराधीन है, क्योंकि पलानीस्वामी के पक्ष में गये विश्वासमत को चुनौती देने वाली द्रमुक की याचिका मद्रास उच्च न्यायालय में लंबित है।
विधानसभाध्यक्ष अपनी बात पर अड़े रहे कि इस मामले पर चर्चा नहीं हो सकती, इसके लिए उन्होंने 2011 की मिसाल पेश की जब ऐसे मुद्दों पर चर्चा नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि मदुरै दक्षिण से विधायक एस. एस. सर्वणन और ओ.पनीरसेल्वम समूह के एक सदस्य ने मामले को स्पष्ट कर दिया है।