सूखे और कर्ज से बेहाल तमिलनाडु के कुछ आंदोलनकारी किसानों ने सोमवार को नॉर्थ ब्लॉक के नजदीक अजीबोगरीब प्रदर्शन कर विरोध जताया है. यह तमिलनाडु के किसान सूखे और कर्ज से बेहाल हैं.
दरअसल, दिल्ली पुलिस किसानों प्रधानमंत्री को में ज्ञापन सौंपने के लिए काम के लिए खुद जंतर-मंतर से लाई थी. हालांकि पीएम दफ्तर में मौजूद नहीं थे लेकिन किसान करीब दस मिनट तक पीएमओ के भीतर गए. बाहर आने पर उनके दल का एक सदस्य अचानक पुलिस के वाहन से कूद गया और निर्वस्त्र होकर सड़क पर दौड़ने लगा. इसी तरह उसके तीन अन्य साथी भी कपड़े उतारकर नॉर्थ ब्लॉक की सड़कों पर उतर आए.
ये किसान पिछले 28 दिनों से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं. करीब 25 किसान अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर भी बैठे हैं. आंदोलनकारियों ने कई बार नरमुंडों के साथ धरना देने से लेकर मरे हुए सांपों को जीभ पर रखकर प्रदर्शन जैसे तरीके अपनाए हैं. आंदोलनकारियों किसानों का कहना है कि अगर सरकार अब भी उनकी मांगें नहीं मानती है तो वो सिर मुंडाकर और आधी मूंछ बनवाकर विरोध जताएंगे.
भारतीय किसान यूनियन ने भी इस आंदोलन के समर्थन का ऐलान किया है. राहुल गांधी, मणिशंकर अय्यर और डीएमके सांसद कनिमोझी किसानों से मिल चुकी हैं.
किसानों की मांगे
तमिलनाडु के किसानों का आरोप है कि आत्महत्या के बढ़ते मामलों के बावजूद सरकार उनकी सुनवाई नहीं कर रही है. किसान इन दिनों भयंकर सूखे का सामना कर रहे हैं. दक्षिण-पश्चिमी मानसून और पूर्वोत्तर मानसून सामान्य से 60 फीसदी बरसा है. किसान कर्ज माफी के साथ राहत पैकेज की भी मांग कर रहे हैं.
मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को किसानों का कर्ज माफ करने का निर्देश दिया है.