देश के कई हिस्सों में स्वाइन फ्लू का असर बढ़ता ही चला जा रहा है। गुजरात में स्वाइन फ्लू की वजह से अबतक सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। पिछले 24 घंटों में ही गुजरात में 10 लोग स्वाइन फ्लू के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। सिर्फ गुजरात में ही स्वाइन फ्लू के कारण मरने वालों की संख्या 316 हो गई है।
आपको बताते चलें कि गुजरात में साल 2017 की शुरुआत से अब तक स्वाइन फ्लू के 3 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। सरकार ने रोकथाम के लिए मेलों के आयोजन पर भी रोक लगाने का फैसला लिया है।
हाल ही में इस मामले में गुजरात हाईकोर्ट में स्वाइन फ्लू पर दायर की गई एक जनहित याचिका पर सरकार ने माना कि स्वाइन फ्लू को लेकर गुजरात में वायरस का पैटर्न बदल चुका है। वहीं सरकार ने इस मामले में 45 पन्नों की एक रिपोर्ट कोर्ट के सामने पेश की थी।
कोर्ट में स्वाइन फ्लू से हुई मौतों की जवाबदेही के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। कोर्ट में दिए जवाब में गुजरात सरकार ने कहा था कि सभी अस्पतालों में 599 वेंटीलेटर मुहैया करवाये गये हैं, इसके अलावा राज्य के अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के मरीजों के लिए एक हजार से भी ज्यादा बैड की व्यवस्था कराई गई है। गुजरात में फिलहाल 1795 लोग इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती हैं। सौराष्ट्र में सबसे ज्यादा स्वाइन फ्लू ने अपना कहर बरपाया है, यहां पर इस स्वाइन फ्लू वायरस के चलते 95 लोगों की मौत हो चुकी है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश भर में अबतक स्वाइन फ्लू के 22 हजार 186 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें से 1094 मरीजों की मौत स्वाइन फ्लू की चपेट में आने से हुई है। देश की राजधानी दिल्ली भी स्वाइन फ्लू के वायरस से दूर नहीं है। दिल्ली में 20 अगस्त तक स्वाइन फ्लू के 1719 मामले सामने आए हैं। स्वाइन फ्लू के वायरस की चपेट में आकर दिल्ली में सिर्फ 5 मौतें हुई है, जिनमें से 2 की मौत दिल्ली और 3 मौतें बाहरी दिल्ली में हुई हैं।