राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर कहा है कि ये मसला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट का जो भी फैसला आएगा। मोहन भागवत ने ये राय राजनयिकों के एक दल से मुलाकात के दौरान रखी।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, “कार्यक्रम में मोहन भागवत ने कहा कि यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है और सुप्रीम कोर्ट का इसपर जो भी फैसला आएगा, उन्हें स्वीकार्य होगा।”
कार्यक्रम के दौरान उनसे सवाल किया गया था कि क्या आने वाले लोकसभा चुनाव तक राम मंदिर का मसला सुलझ जाएगा? इसके जवाब में उन्होंने बताया, ‘’उनका संगठन बीजेपी को नियंत्रित नहीं करता और न ही बीजेपी उनके संगठन को नियंत्रित करती है. हम स्वतंत्र रहकर एक स्वंयसेवक के तौर पर उनसे संपर्क करते हैं और विचारों का आदान-प्रदान करते हैं।”
एक थिंकटैंक की ओर से आयोजित जलपान सत्र के दौरान भागवत ने कहा कि संघ इंटरनेट पर ट्रोलिंग का समर्थन नहीं करता है और बिना किसी भेदभाव के देश की एकता के लिए काम करता है। बता दें कि इंडिया फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 50 से ज्यादा देशों के राजनयिक शामिल हुए।