मुस्लिमों में प्रचलित तीन तलाक के मामले में अब सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ सुनवाई करेगी। ये सुनवाई 11 मई से शुरू होगी। आज भी सुप्रीम कोर्ट में इस गंभीर मामले पर सुनवाई हुई जिसके बाद दो जजों की बेंच ने इस मामले को संवैधानिक पीठ को सौंप दिया है।
वहीं केंद्र सरकार की तरफ से AG मुकुल रोहतगी ने कहा इस मामले की सुनवाई गर्मियों की छुटियों के बाद की जा सकती है क्योंकि संवैधानिक पीठ के समक्ष दो और मामले है, जिसकी सुनवाई गर्मियों की छुटियों में होगी। ऐसे में बेहतर होगा कि मामले की सुनवाई गर्मियों के छुटियों के बाद ही की जाये। AG ने ये भी कहा कि तीनों मामले जो संवैधानिक पीठ के समक्ष लंबित हैं उनमें से जो ज्यादा इम्पोर्ट आपको लगता है उसकी सुनवाई गर्मियों की छूटी के दौरान ही कर ले।
इस पर CJI खेहर ने कहा कि यही वक्त है कि मामले में सुनवाई पूरी की जाए। यदि सभी पक्ष तैयार नहीं हैं, तो हम भी अपनी छुट्टियों का लुफ्त उठा सकते हैं। फिर कोई ये नहीं कह पाएगा कि मामले की जल्द सुनवाई हो क्योंकि फिर सालों तक ये मामला अटका रहेगा। इसी दौरान दो अन्य मामलों में भी संविधान पीठ सुनवाई करेगी। ट्रिपल तलाक के लिए सभी पक्ष मुद्दों को सुप्रीम कोर्ट में देगा और संविधान पीठ ही तय करेगी कि किन मुद्दों पर सुनवाई होगी। कोर्ट ने कहा NJAC मामले की सुनवाई भी गर्मियों की छुटियों के दौरान ही हुई थी।
नोट: इस मामले में कई अन्य पक्षकार भी मांग कर रहे थे कि मामले की सुनवाई गर्मियों की छुटियों के बाद ही की जाये क्योंकि संवैधानिक पीठ के समक्ष दो मामले पहले से ही लंबित है, जिसकी सुनवाई गर्मी की छुट्टी के दौरान ही होगी।