पटनाः बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि बहुत जल्द गंगा किनारे उन बस्तियों को आर्सेनिक मुक्त पेयजल उपलब्ध होगा जिन्हें वर्तमान में शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा है। इसको लेकर सरकार ने काम शुरु कर दिया है।
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य के 13 जिलों के पेयजल में आर्सेनिक की समस्या है। गंगा के तटवर्ती आर्सेनिक प्रभावित जिलों की 961 बसावटों को 391.60 करोड़ खर्च कर अगले वर्ष तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा।
मोदी ने कहा कि आर्सेनिक के इलावा 11 जिलों के पेयजल में फ्लोराइड और 9 जिलों के पेयजल में आयरन की समस्या है। सरकार ने समस्या ग्रस्त क्षेत्रों को शुद्ध पेयजल मुहैया करवाने का रोडमैप तैयार कर लिया है।
2019-20 तक जिलों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए 7439.25 करोड़ की योजना स्वीकृत की गई है। गंगा को स्वच्छ बनाने को लेकर राज्य के 20 शहरों में 4166 करोड़ की लागत से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, गंगा किनारे के गांव को खुले में शौच से मुक्त करने की योजना को उपमुख्यमंत्री ने विशेषज्ञो के साथ विस्तार से सांझा किया।
बता दें कि उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने गंगा को प्रदूषण मुक्त करने और उसके पानी में आर्सेनिक की समस्या को दूर करने के सिलसिले में बुधवार को बैठक की।