पटनाः बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि बिहार की एनडीए सरकार ने गरीबों-पिछड़ों-दलितों और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए काम करते हुए मात्र सात माह के भीतर विपक्ष को मुद्दाविहीन कर दिया है। उनका कहना है कि इसीलिए विपक्ष कभी मानव श्रृंखला रोकने के लिए मौसम तो कभी कदाचार-मुक्त परीक्षा का विरोध करने के लिए छात्रों की चप्पल का सहारा ले रहें हैं।
उपमुख्यमंत्री ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस दल का शीर्ष नेतृत्व चारा घोटला, होटल के बदले जमीन और बेनामी संपत्तियों के मामले में दागदार है वह तो सामाजिक कुरीतियों और नकल का हिमायती ही होगा।
बता दें कि सुशील मोदी ने रेलवे में ग्रुप-डी की भर्ती के लिए उम्र सीमा 28 से बढ़ाकर 30 वर्ष करने की मांग रेलमंत्री पीयूष गोयल के समक्ष रखी, जिस पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर इसे तुरंत स्वीकार कर लिया गया। उम्र सीमा में 2 साल की वृद्धि से देश भर के लाखों युवाओं को बड़ी राहत मिलेगी।