नयी दिल्ली– आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर ने राम मंदिर मसले के हल में कहा कि वह इस मामले में मध्यस्थता के लिए तैयार हैं, लेकिन फिलहाल इस मामले में कोई पहल नहीं कर सके हैं l उन्होंने ने कहा,’एक ऐसे मंच की जरूरत है,जहां दोनों समुदाय के लोग अपने बीच का भाईचारा दिखा सकेंl ऐसी ही कोशिश 2003-04 में भी की थी, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं,लोग शांति चाहते हैंl उन्होंने स्पष्ट किया कि वह प्रयास खुद कर रहे हैं और जो किसी तरह से राजनितिक नही हैl
इस बारे में मिल रही खबरों के अनुसार श्रीश्री रविशंकर से निर्मोही अखाड़ा और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआइएमपीएलबी) के कुछ सदस्य मिले हैं और उन्होंने आध्यात्मिक गुरु से यह अनुरोध किया है कि वह दोनों समुदायों के बीच लंबे समय से विवाद का विषय बने इस मसले को हल करने के लिए ‘मध्यस्थता’ करेंl आध्यात्मिक गुरु ने बताया, ‘अभी इस मामले में कुछ कहना बहुत जल्दबाजी होगीl दोनों समुदायों को साथ आकर उदारता दिखानी चाहिएl मेरी तो यही इक्छा है कि इस मसले का जल्दी से कुछ हल निकलेl
जब यह सवाल पूछा गया कि क्या 2019 से पहले राम मंदिर विवाद के बारे में कोई बड़ी सफलता हासिल हो सकती है तो श्रीश्री रविशंकर बोले, ‘मैं अभी कुछ अनुमान नहीं लगा सकता, लेकिन मैं केवल यह इच्छा जाहिर कर सकता हूं कि दोनों समुदाय साथ आएं और इस देश के लिए कुछ महान और अच्छे कार्य करेंl
सूत्रों के मुताबिक राम मंदिर मामले में संघ की तरफ से भी अब इस तरह के प्रयास शुरू किए जा रहे हैंl इसका मकसद है कि 2019 के चुनाव से पहले राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो सके, जिसका फ़ायदा परोक्ष रूप से पीएम मोदी और बीजेपी को मिल सके l