मुंबई, 14 जून 2021
इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के 2021-22 सीजन में अंतिम एकादश में भारतीय खिलाड़ियों को खेलने की संख्या बढ़ाने का फैसला किया गया है। फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड (एफएसडीएल) ने क्लबों को सात भारतीय खिलाड़ियों को खेलाना जरूरी कर दिया है। इससे पहले छह भारतीय खिलाड़ियों को ही टीम में लिया जा सकता था, लेकिन अब इस संख्या को बढ़ाकर सात कर दिया है, जबकि अब चार विदेशी खिलाड़ियों को ही एक समय पर खेलाया जा सकेगा।
आईसीएल में भारतीय फुटबॉल को विकसित करने पर हमेशा से ध्यान केंद्रित किया गया है। खिलाड़ियों के लिए तय की गई ताजा गाइडलाइन भारत के प्रीमियर फुटबॉल इवेंट में सुधार करने के उद्देश्य से जारी की गई है।
2014 में आईएसएल से पहले सीजन में छह विदेशी और पांच भारतीय खिलाड़ियों को खेलाया जाता था। लेकिन वक्त के साथ-साथ इसमें भारतीय खिलाड़ियों की संख्या में इजाफा किया गया है। आईएसएल के 2017-18 के सीजन में कम से कम छह भारतीय खिलाड़ियों को खेलाना जरूरी किया गया था, जिसे इस सीजन में बढ़ाकर सात कर दिया गया है।
क्लब अधिकतम 35 खिलाड़ियों को ही शामिल कर सकते हैं, जिसमें तीन गोलकीपर होंगे। इस सीजन में भी टीम का वेतन 16.5 करोड़ रुपए ही रहेगा।