आईपीएल (IPL) में लगातार दो सीजन शानदार खेल दिखा रही दिल्ली कैपिटल्स (DC) की टीम इस बार टूर्नामेंट के अंत में थोड़ी मुश्किल में दिख रही है. दिल्ली ने अपने पिछले दोनों मैच हारे हैं, जिसमें एक बड़ा मैच क्वॉलीफायर वन था, जो उसने मैच के आखिरी ओवर में गंवा दिया. भारत के महान टेस्ट बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने इसे कप्तान रिषभ पंत (Rishabh Pant) की गलतियों का नतीजा करार दिया है. उन्होंने कहा कि अगर पंत अपने सही विकल्पों का उपयोग करते तो फिर पिछले दोनों मैच दिल्ली के हाथ से यूं न फिसलते.
हालांकि इस दिग्गज बल्लेबाज ने यह भी कहा है कि सकारात्मक सोच वाले पंत (Rishabh Pant) पर इन गलतियों का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि दिल्ली एक बेहतीन टीम है, जिसके पास उम्दा बल्लेबाज और 3 बेहद शानदार तेज गेंदबाज हैं. बता दें दिल्ली (DC) की टीम आज शाम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के खिलाफ दूसरा क्वॉलीफायर मैच खेलेगी. यह मैच जीतने वाली टीम खिताबी मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) से भिड़ेगी.
72 वर्षीय सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने अंग्रेजी दैनिक द टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे अपने कॉलम में आईपीएल में पहली बार कप्तानी कर रहे रिषभ पंत (Rishabh Pant) की पिछले दो मैचों में की गई कुछ गलतियों को गिनाया है.
उन्होंने लिखा, ‘आरसीबी के खिलाफ मैच का आखिरी ओवर एक नए गेंदबाज को दिया गया. आवेश खान प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं लेकिन वह दबाव में घिर गए. लेकिन वह दबाव में घिर गए. ऐसा ही कुछ उन्होंने क्वॉलीफायर मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) के खिलाफ किया. उन्होंने पहले बल्लेबाजी में अक्षर पटेल (Axar Patel) को बल्लेबाज में प्रमोशन दिया, जबकि यह सीजन बतौर बल्लेबाज पंत (Rishabh Pant) के लिए शानदार रहा है. या अगर वह शिमरॉन हेटमायर को भेजते, जो फॉर्म में भी हैं तो टीम को 15-20 रन और मिल सकते थे.’
गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने आगे कहा, ‘यह मैच जब आखिरी ओवर तक पहुंच गया और दिल्ली के पास बचाने के लिए अभी 13 रन बाकी थे, तो पंत ने यह ओवर टॉम करन को दे दिया, जबकि उनके पास कगिसो रबाडा (Kagiso Rabada) जैसे अनुभवी गेंदबाज का विकल्प था. भले ही यह बतौर कप्तान पंत का पहला सीजन है लेकिन उनके इन खराब निर्णयों की आलोचना होगी ही.’
उन्होंने अपने इस लेख में आगे लिखा कि पंत जैसी गलती धोनी ने भी की थी. उन्होंने शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) को पहले बैटिंग पर उतार दिया. लेकन उनके आउट होते ही धोनी ने मैदान पर खुद को भेजने का निर्णय लिया और तेजी से रन बनाकर अपनी टीम को 9वीं बार आईपीएल के फाइनल में एंट्री दिला दी.