राष्ट्रपति चुनाव को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों को एकजुट करने की कवायद तेज कर दी है। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों की नजर राष्ट्रपति के साथ-साथ उपराष्ट्रपति पद पर भी है। इसी सिलसिले में सोनिया गांधी ने फोन पर टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, मुलायम सिंह यादव, बीएसपी चीफ मायावती और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव से बात की है।
सूत्रों के मुताबिक सोनिया अगले 10 दिनों में ममता बनर्जी, मायावती और DMK नेता स्टालिन से मिलने वाली हैं। आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सोनिया गांधी अभी तक NCP चीफ शरद पवार, JDU के शरद यादव, CPIM के सीताराम येचुरी, CPI के डी राजा, JDS के एच. डी. देवगौड़ा, इंडियन मुस्लिम लीग केरल के महासचिव पी. के. कुन्हाली कुट्टी से मिल चुकी हैं।
कांग्रेस इस एकजुटता को भले ही राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए की जा रही कवायद करार दे रही है। मगर पार्टी का मानना है कि इस कवायद का मकसद सिर्फ चुनाव भर न होकर राजनैतिक फोर्स बनना भी है, जिससे आने वाले दिनों में PM नरेंद्र मोदी व BJP को चुनौती दी जा सके।
आपको बता दें कि लोकसभा और राज्यसभा के 771 सांसदों के कुल 5 लाख 45 हजार 868 वोट हैं। यानि प्रत्येक सांसद के वोट का मूल्य 708 है। जबकि देशभर में 4120 विधायकों के 5 लाख 47 हजार 786 वोट हैं। मतलब प्रत्येक विधायक के वोट का मूल्य लगभग 133 है। इस तरह कुल वोट 10 लाख 93 हजार 654 हैं और जीत के लिए आधे से एक ज्यादा यानी 5 लाख 46 हजार 828 वोट चाहिए। मगर एनडीए के पास पूरे वोट नहीं है, इस कारण एनडीए को विधानसभाओं से समर्थन जुटाना होगा। विपक्ष की नजर विधानसभाओं पर ही है।