नई दिल्ली, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार फिर अपने बेटे और मौजूदा पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी का मजबूती से समर्थन किया है और यहां तक कि उन्हें अपना बॉस भी बताया है। कांग्रेस की संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने राहुल गांधी पर पूरा विश्वास जताते हुए कहा, ‘अब वह मेरे भी बॉस हैं, इसको लेकर किसी को कोई संदेह नहीं होना चाहिए और मुझे पता है कि आप सभी उनके साथ उसी समर्पण, वफादारी और उत्साह के साथ काम करेंगे जैसा कि मेरे साथ किया था।’
आपको बता दें कि 71 वर्षीय सोनिया गांधी ने 19 वर्षों तक कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार संभालने के बाद अपने बेटे राहुल गांधी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। मगर वह अब भी कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष हैं। सोनिया गांधी 1998 में कांग्रेस की अध्यक्ष बनी थीं। राहुल गांधी को यह पदभार सौंपा जाना देश की सबसे पुरानी पार्टी में नए अध्याय की शुरुआत है। हालांकि इसको लेकर पार्टी के भीतर भी विरोध के स्वर उठे थे। बुधवार को कांग्रेस पर जमकर हमला बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने इसका भी जिक्र किया था।
सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला भी बोला और कहा कि देश में बदलाव की बयार चल रही है। उन्होंने कहा कि गुजरात में बेहद कठिन परिस्थिति में कांग्रेस ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और हाल ही में राजस्थान में हुए उपचुनावों में भी पार्टी को शानदार सफलता मिली। इससे पता चलता है कि हवा का रुख बदल रहा है। वहीं पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने यह उम्मीद भी जताई कि कर्नाटक में पार्टी सत्ता में वापसी करेगी। आपको बता दें कि मौजूदा समय में कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है और जल्द ही वहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए यह भी कहा कि चार साल के कार्यकाल में संवैधानिक संस्थाओं को योजनाबद्ध तरीके से कमजोर करने का काम किया गया है। राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ जांच एजेंसियों को खुला छोड़ दिया गया है। कृषि और अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार के दावे गलत हैं। नई नौकरियां मिल नहीं रही हैं और पुरानी जा रही हैं। पिछले चार साल में निवेश में भी काफी गिरावट आई है।
समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ करेंगी काम
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए सोनिया गांधी ने यह भी कहा कि वह आमागी आम चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित करने के लिए समान विचारधारा वाली राजनीतिक पार्टियों के साथ काम करेंगी।
गौरतलब है कि एक दिन पहले लोकसभा और राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर जमकर हमला बोला था। लोकसभा में अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने जहां कांग्रेस पर भारत मां के टुकड़े करने का आरोप लगाया तो वहीं लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने वालों को इसका असली मतलब भी समझाया। कभी शायरी तो कभी तंज अंदाज में पीएम मोदी ने विपक्ष के हर आरोपों का जवाब देकर बेदम कर दिया। साथ ही कांग्रेस की छोटी सोच की तरफ इशारा करते हुए यह जता भी दिया कि इतने सालों तक देश पर शासन करने वाली पार्टी आज क्यों विपक्ष में बैठने को मजबूर है।
वहीं राज्यसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने यह तक कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत का विचार उनका नहीं बल्कि महात्मा गांधी का है। हालांकि पूरे भाषण के दौरान विपक्ष का हंगामा जारी रहा। सोनिया गांधी ने भी इसे सिर्फ जुमलेबाजी और भाषणबाजी करार दिया है। उन्होंने कहा कि लोग पीएम मोदी से भाषण नहीं नौकरी चाहते हैं। पीएम मोदी के भाषण को सोनिया गांधी ने कहा कि इसमें कुछ नया नहीं है। लोगों की रुचि