नई दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच की बहस ने अब तनाव का रूप ले लिया है। दोनों ही तरफ से अब एक दूसरे की धज्जियां उड़ाने के लिए जुबानी जंग शुरू हो गयी है। आपको बता दें कि इससे पहले अमेरिका की एक यूनिवर्स्टी के स्टूडेंट्स को सम्बोधित करते हुए राहुल गांधी ने भाजपा समेत पूरे देश पर निशाना साधते हुए कहा था कि सत्ता में आने पर किसी भी दल को अहंकार नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘2012 में कांग्रेस पार्टी में अहंकार घर कर गया था’ इसलिए हम हार गए।
राहुल ने वंशवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि हमारा देश परिवारवाद से ही चलता है। उन्होंने कहा, ‘परिवारवाद पर हमारी पार्टी पर निशाना न साधें, हमारा देश इसी तरह काम करता है। अखिलेश यादव, एमके स्टालिन, अभिषेक बच्चन कई इसी परिवारवाद के ही बड़े उदाहरण हैं। इसमें ना मैं कुछ नहीं कर सकता हूं और ना ही आप। गौरतलब हो कि मुकेश अंबानी के बाद अब इंफोसिस में भी इसी परिवारवाद और वंशवाद की झलक दिखाई दे रही है।इसके बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने राहुल गाँधी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी किसी और की लिखी हुई स्क्रिप्ट को विदेश में पढ़कर भारत का नाम खराब कर रहे हैं।
राहुल गाँधी के बयान से तिलमिलाई स्मृति ईरानी ने पलटवार करते हुए कहा है कि प्रधामंत्री जी और भाजपा पर तंज कसना ना राहुल के लिए नई बात और ना ही हमारे लिए। पर वो भूल जाते हैं कि हमे उकसाने की उनकी ये स्ट्रैटेजी हमेशा असफल साबित होती है। जिस देश में वो एक राजनीतिक पार्टी का नेतृत्व करते हैं, उस देश के नागरिकों द्वारा उनके इस कथन का समर्थन न प्राप्त होने के बाद वे अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पीड़ा व्यक्त कर रहे हैं।केंद्रीय मंत्री ने राहुल को करारा जवाब देते हुए ये कहा कि शायद राहुल भूल गए हैं कि 2014 में पीएम को वोटरों ने चुना है, उन पर विश्वास व्यक्त किया है।स्मृति ईरानी के कड़े रुख के बाद कांग्रेस ने भी पीछे हटने में ही भलाई समझी है। तभी तो कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने राहुल का बचाव करते हुए सफाई पेश की है कि राहुल देश नहीं बल्कि मोदी जी और भाजपा की नीतियों की निंदा कर रहे थे। आनंद शर्मा ने कहा, ‘राहुल ने अपने बयान में यहां तक कहा कि मोदी उनके भी प्रधानमंत्री हैं’ आनंद शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में आलोचना करना मना नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि राहुल ने नहीं बल्कि पीएम मोदी ने देश को बदनाम किया है।पर आनंद शर्मा की सफाई भी स्मृति ईरानी को अधिक रास नहीं आयी तभी उन्होंने राहुल को एक विफल वंशवादी नेता घोषित कर दिया। स्मृति ने कहा कि अगर आप प्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस की नीतियों को गलत ठहरा रहे हैं तो आप अप्रत्यक्ष रूप से सोनिया गाँधी को भी गलत ठहरा रहे हैं।