शिया धर्मगुरु ने यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान पर करोड़ों के जमीन घोटाले का आरोप लगाया है। कल्वे जव्वाद इसकी शिकायत करते हुए जांच की मांग की है।
पहला आरोप
आजम खान पर इल्जाम ये है कि यूपी में मंत्री रहते हुए उन्होंने वक्फ बोर्डों के चेयरमैन की नियुक्तियों में नियमों की अनदेखी की। वक्फ बोर्डों में अपने मनमाफिक चेयरमैन बनवाए और फिर इन चेयरमैनों के जरिए वक्फ बोर्ड की बेशकीमती कीमती जमीनों की खरीद-फरोख्त करवाई है। इन प्रॉपर्टीज को अपने करीबियों के नाम भी करवाया है ।
शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने आजम खान आरोप लगाया है कि सिर्फ एक शहर में वक्फ बोर्ड की जमीनों में करीब 400 करोड़ का घोटाला हुआ है।
उनका कहना है कि,”मेरठ में जो बहुत बड़े-बड़े औकाफ बिकवाए हैं उसके कागजात हमारे पास मौजूद हैं। इनकी यूनिवर्सिटी की सुन्नी वक्फ में हजारों फाइलें जला दी गई, उसकी सुनवाई नहीं हुई, इसलिए हमारी मौजूद सरकार से मांग है कि वक्फ बोर्ड की जमीनों के घोटाले की सीबीआई जांच कराई जाए।”
आजम खान ने कल्बे जव्वाद नकवी, मोहसिन रजा नकवी और एजाज अब्बास नकवी के बारे में कहा, ‘ये नकवी साहेबान आज के मीर जाफर हैं, ये नहीं चाहते कि हमारे बच्चे बच्चियां पढ़ें और इन जमीनों पर तालीम के मंदिर बने।
दूसरा आरोप
आजम खान के खिलाफ एक और शिकायत मिली है। ये शिकायत रामपुर के कांग्रेस नेता ने की है। शिकायत में कहा गया है कि आजम खान ने यूसुफ गार्डन में वक्फ़बोर्ड की जमीन को गैर कानूनी तरीके से अपने करीबी सहयोगी शाहजेब खां और उनकी वाइफ के नाम करवा दिया। ये पूरी जमीन करीब साढ़े तीन एकड़ थी। आरोप ये भी है कि आज़म ने इस प्रॉपर्टी में अपने बेटे को सीक्रेट पार्टनर बनवा दिया और बाद में इस जमीन को बेचकर करोड़ों का मुनाफा कमाया। .
आजम खान ने आरोपों को किया ख़ारिज
आजम खान इन आरोपों को खारिज कर रहे हैं। आजम खान ने कहा है कि बिना किसी चीज को प्रमाणित तौर पर साबित किए, उनकी छवि को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। हम बच्चे-बच्चियों को पढ़ाना चाहते हैं। खास तौर पर मुसलमानों के बच्चों से जहालत के अंधेरे को दूर करना चाहते हैं। हम इसके लिए हर कुर्बानी को तैयार हैं।