कुलभूषण जाधव के मामले में मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में कूलभूषण जाधव की फांसी की सजा के विरोध में लाया गया निंदा प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास हो गया। सभी सांसद कुलभूषण जाधव की फांसी के विरोध में नजर आए।
शशि थरूर ने सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़के से अनुमति मांगी और उन्होंने भी शशि थरूर को सुषमा स्वराज की मदद करने के लिए अनुमति दे दी। इसके बाद राजनेयिक और यूपी सरकार में जूनियर विदेश मंत्री रहे शशि थरूर ने सुषमा स्वराज की मदद की। क्योंकि सुषमा स्वराज ने शशि थरूर से अनुरोध किया था कि वो इस मसौदे को तैयार करने में उनकी मदद करें।
ऐसा पहली बार नहीं है जब शशि थरूर ने सरकार की मदद की हो। पिछले साल पाकिस्तान ने जब ज़कीउररहमान लखवी को मुक्त करने किया था तब भी सरकार ने निंदा प्रस्ताव का मसौदा तैयार करने में सरकार की मदद की थी। मोदी सरकार ने भी शशि थरूर को अपने स्वच्छ भारत अभियान का ब्रांड एंबेसेडर बनाया है।