नई दिल्ली, दो साध्वियों से दुष्कर्म के आरोप में जेल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम के बारे में रोज नए नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहें हैं। अदालत के आदेश पर सिरसा में मौजूद डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। 5000 जवानों को सर्च ऑपरेशन के लिए तैनात किया गया है।
इसमें अर्द्धसैनिक बल, सेना, पुलिस की टीमें भी शामिल हैं। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी। निगरानी के लिए हाईकोर्ट ने एक रिटायर्ड जज एके पवार को नियुक्त किया है। जिनकी निगरानी में सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा। हाई कोर्ट के पूर्व जज एके पवार कई बड़े अधिकारियों के साथ आश्रम पहुंचे हैं और सर्च ओप्रशन जारी है। पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी की जाएगी। इसलिए खुदाई के लिए 20 जेसीबी मशीने मंगाईं गई हैं। वहीं, जांच से पहले ही डेरा ने जमीन के नीचे कंकाल होने की बात स्वीकार कर ली है।
डेरा के अखबार ‘सच कहूं’ ने सफाई पेश करने की कोशिश की है। अखबार ने स्वीकार कर लिया है कि डेरे में लाशें दबी हैं। अखबार ने सफाई दी है कि डेरा परिसर में खुदाई के दौरान दबी हुई हड्डियां और अस्थियां मिल सकती हैं, क्योंकि गुरमीत राम रहीम अपने अनुयायियों को अस्थियों को नदियों में बहाने से रोका करता था और कहा करता था कि अस्थियों का विसर्जन करने से प्रदूषण फैलता है और नदियों में गंदगी होती है।
गुरमीत राम रहीम के बेहद करीब रह चुके डेरा सच्चा सौदा के पूर्व सेवादार गुरदास सिंह ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि , “डेरे से गायब हो चुके कई लोगों के शव डेरे के प्रांगण में ही दबा दिए गए थे और पुलिस जब जेसीबी मशीनों से खुदाई करेगी तो इस दौरान उनकी हड्डियां और अस्थियां मिल सकती हैं।”