शामली, यूपी में लगातार हो रहे एनकाउंटर की वजह बदमाशों में किस कदर खौफ है, इसकी एक बानगी शामली के कैराना में देखने को मिली. यहां गुरुवार की सुबह दो लोग अपने हाथ में पोस्टर लेकर घूमते नजर आए. उस पोस्टर पर लिखा था कि वे लोग अबसे अपराध नहीं करेंगे. उनको माफ किया जाए. दोनों ही इलाके कुख्यात बदमाश बताए जा रहे हैं.
दोनों कथित बदमाशों की पोस्टर पर लिखा था, ‘मैं भविष्य में किसी भी अपराध में शामिल नहीं रहूंगा. मैं कठिन परिश्रम करके रुपये कमाऊंगा. कृपया हमें माफ कर दें.’ बताया जा रहा है कि बदमाशों में इस बात का डर है कि कहीं यूपी पुलिस उनका एनकाउंटर न कर दे, इसलिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांग रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, दोनों बदमाशों के नाम सलीम अली और इरशाद अहमद है. दोनों लूट और हत्या के कई मामलों में आरोपी हैं. इस वक्त जमानत पर हैं. उन्होंने शामली के एसपी अजय पाल शर्मा को एक शपथपत्र दिया है, जिसमें लिखा है कि वे दोनों भविष्य में किसी भी अपराध में शामिल रहेंगे. वे अपराध छोड़कर एक अच्छा जीवन बिताना चाहते हैं.
एसपी अजय पाल ने बताया कि सलीम और इरशाद उनसे मिले थे. यह बहुत अच्छी बात है यदि वे लोग अपराध से दूर होकर अच्छा जीवन बिताना चाहते हैं. बताते चलें कि अजय पाल शर्मा को मिस्टर एनकाउंटर के नाम से जाना जाता है. वह जबसे शामली के एसपी बने हैं, वहां बदमाशों की शामत आ गई है. लगातार बदमाशों के साथ एनकाउंटर हो रहा है.
उनकी चर्चा यूपी में इस कदर है कि खुद सूबे की पुलिस के मुखिया डीजीपी ओपी सिंह ने उनसे एक मीटिंग के दौरान पूछ लिया कि आज कोई एनकाउंटर तो नहीं करके आए. दरअसल ओपी सिंह मेरठ में विभागीय समीक्षा के लिए आए थे. उस वक्त अजय पाल शर्मा जैसे ही पहुंचे उन्होंने उनसे ये बात पूछ ली. इसके बाद उनको शाबाशी भी दी.
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में बदमाशों की शामत आ गई है. अपराधियों को लेकर यूपी पुलिस एक्शन में है. ऑपरेशन ‘ऑलआउट’ के मोड में कार्रवाई करते हुए यूपी पुलिस ने कुछ दिन पहले 72 घंटे में 24 एनकाउंटर कर डाले, जिसमें 36 कुख्यात अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया, जबकि 3 इनामी बदमाश ढेर कर दिए गए.
बताया गया कि 3 दिन के अंदर यूपी के 15 जिलों में पुलिस और बदमाशों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ें हुईं, जिसमें सबसे ज्यादा चार एनकाउंटर शामली में, तीन एनकाउंटर बुलंदशहर में, जबकि कानपुर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और लखनऊ में दो-दो एनकाउंटर हुए. मुठभेड़ के दौरान बदमाशों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए गए.
आतंक का पर्याय बन चुके बावरिया गैंग के 4 डकैतों को गिरफ्तार किया गया, जबकि दूसरे में दो डकैतों को गोली लगी है. यह दोनों बावरिया गैंग से जुड़े डकैत हैं. पुलिस ने तड़ातड़ हुए इन एनकाउंटर्स में जिन बदमाशों का काम तमाम किया है, उनमें कईयों पर 10 हजार से 50 हजार तक का इनाम घोषित था. कई सनसनीखेज केस दर्ज थे.