सुप्रीम कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के नेता आशीष खेतान को बड़ा झटका देते हुए उनकी सुरक्षा की गुहार संबंधित याचिका खारिज कर दी है। खेतान ने सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाई है। उन्होंने कोर्ट से कहा है कि उन्हें दक्षिणपंथी संगठनों की ओर से लगातार धमकी दी जा रही है।
खेतान ने कोर्ट के सामने सनातन संस्था, अभिनव भारत और हिंदू जन जागरण समिति का नाम लेते हुए इनसे जुड़े लोग धमका रहे हैं और कई बार गुमनाम चिट्ठियां भी भेजी गई हैं। आप नेता ने दिल्ली पुलिस की शिकायत करते हुए कहा कि जानकारी दी गई है मगर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
खेतान ने कहा कि इसी तरह से आरटीआई एक्टिविस्ट नरेंद्र डाभोलकर, पनसरे और कलबुर्गी जैसे लोगों को भी धमकी दी गई थी और फिर उनकी हत्या कर दी गई। उन्होंने अपनी याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया कराए और इसके साथ ही पत्रकारों, एक्टिविस्ट और बाकी लोगों को सुरक्षा देने के लिए सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को गाइडलाइन बनाने के आदेश जारी करे।
इसके अलावा खेतान ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है कि उन्हें धमकी देने के मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए और सुप्रीम कोर्ट मामले की निगरानी करे। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी के नेता आशीष खेतान ने दावा किया था कि उन्हें कट्टरपंथी हिंदू संगठनों द्वारा जान से मारने की कथित धमकी मिली है। खेतान ने धमकी की सूचना केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को देते हुए उनसे इस पर उचित कार्रवाई करने की मांग की थी।
हालांकि गृह मंत्रालय की ओर से इस पर कोई प्रतिकिया देखने को नहीं मिली। खेतान ने राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में कहा है कि उन्हें गत 9 मई को धमकी भरा पत्र मिला। इसमें कहा गया है कि हिंदू संतों के खिलाफ उनके पापों का घड़ा भर गया है।