सौरभ भारद्वाज पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर रहे हैं। उन्होंने पूरे सदन के सामने EVM में टेंपरिंग का डेमो दिखाया। डेमो में सौरभ ने आम आदमी पार्टी को 10 वोट दिए, बीएसपी को 2, कांग्रेस को 2, बीजेपी को 3 और समाजवादी पार्टी को 2 वोट दिये। जब उन्होंने रिजल्ट दिखाए तो वो चौंकाने वाले थे। रिजल्ट में बीजेपी को 11 वोट मिले, जबकि उसे सिर्फ 3 वोट मिले थे।
सौरभ ने कहा- साधारण इंजीनियर भी EVM से छेड़छाड़ कर सकता है। इससे किसी भी पार्टी को जिताया जा सकता है। जिस पार्टी को भी जिताना है उसका सीक्रेट कोड होता है। कोई आम वोटर भी वोटिंग के जरिये अपनी पसंद की पार्टी का सीक्रेट कोड डाल दे तो उसके बाद डाले जाने वाले सभी वोट उसी पार्टी को जाएंगे।
सूत्रों की मानें तो आयोग की मशीनों में किसी तरह के कोड का इस्तेमाल नहीं होता है। ना ही इन मशीनों के मदरबोर्ड को बदला जा सकता है। चुनाव आयोग जिन मशीनों के इस्तेमाल की इजाजत देती है उसके बटन दबाने के बाद ब्लॉक हो जाते हैं। इसलिए इसमें कोई भी सीक्रेट कोड नहीं डाल सकता है।
सौरभ भरद्वाज ने आगे कहा कि 3 घंटे के लिए गुजरात की EVM दे दीजिए, चैलेंज है बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत पाएगी। EVM हैक कर नतीजे बदलकर दिखाए। ईवीएम को हैक करने के लिए मात्र 90 सेकेण्ड का समय लगता है। क्योंकि ईवीएम में मदरबोर्ड बदलने में सिर्फ 90 सेकेण्ड का समय लगता है।
वहीं, चुनाव आयोग ने इस मसले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है। आयोग के मुताबिक इस मसले पर 12 मई को सभी दलों की बैठक के बाद ही बयान दिया जाएगा।