नई दिल्ली, गुरुग्राम के रेयान स्कूल में हुए प्रद्युम्न मर्डर केस की जांच कर रही सीबीआई ने 11वीं केआरोपी छात्र की सोच और मानसिकता का पता लगाने के लिए उसके इंटरनेट सर्फिंग रिकॉर्ड की जांच की. साथ ही सीबीआई ने हरियाणा पुलिस की SIT के चार सदस्यों से भी पूछताछ की है.
मिली जानकारी के अनुसार, सीबीआई ने नाबालिग छात्र के घर से कम्प्यूटर की एक हार्ड डिस्क, मोबाइल फोन और कुछ अन्य उपकरण जब्त किए थे. आरोपी की सर्फिंग लिस्ट खंगालने का मकसद आरोपी की मानसिकता का पता लगाना था कि आरोपी ने पीटीएम और परीक्षा टालने के लिए हत्या जैसा खतरनाक कदम क्यों उठाया.
वहीं आरोपी के पिता का आरोप है कि सीबीआई उनके बेटे को फंसा रही है. यदि किसी छात्र पर दोष मढ़ा जाएगा, तो स्कूल मैनेजमेंट मुआवजा नहीं देगा. यदि स्कूल के किसी कर्मचारी पर दोष जाता है, तो स्कूल प्रबंधन को मुआवजा देना होगा, सीबीआई को पता नहीं है कि बस कंडक्टर अशोक कुमार कहां है. उन नौ मिनट में वह कहां था. उन्होंने सीबीआई पर आरोप लगाए कि जुर्म कबूल करने के लिए वह उनके बेटे का उत्पीड़न कर रही है. पूरी प्रक्रिया से उनको दूर रखा गया है.
आरोपी छात्र को फरीदाबाद के बाल सुधार गृह में रखा गया है. उससे मिलने के लिए उसके मां-बाप, बुआ और चाचा मंगलवार को पहुंचे. करीब 10 से 15 मिनट तक उससे मुलाकात की है. इआरोपी का परिवार अब शुक्रवार को उससे मिल सकता है.