Murder_in_Ryan_International_School

मुंबई , प्रद्युम्न मर्डर केस में गिरफ्तारी से बचने के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट की शरण में गए पिंटो फैमली की अर्जी पर शुक्रवार को फिर सुनवाई होगी। इसी बीच इस मामले की जांच के लिए मुंबई पहुंची हरियाणा पुलिस की एक टीम कांदिवली के समतानगर पुलिस स्टेशनपहुँच चुकी है। हरियाणा पुलिस की टीम रेयान ग्रुप के हेडक्वार्टर जाकर भी जांचकर रही है।

वहीं दूसरी तरफ प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वे पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हैं। अभी तक इस सवाल का जवाब नहीं मिला है कि बस कंडक्टर के पास चाकू कहां से आया और वह बाथरूम में चाकू साफ करने क्यों गया था। बुधवार को इस मामले की जांच कर रही SIT ने आरोपी बस ड्राइवर अशोक कुमार के साथ मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर वहां पर क्राइम सीन रिक्रिएट किया। फोरेंसिक एक्सपर्ट की एक टीम ने विशेषज्ञों की मदद से बाथरूम से सबूत एकत्र करके फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। हरियाणा पुलिस के दो बड़े अधिकारियों ने टॉप मैनेजमेंट का बयान ले लिया है।

वारदात के बाद प्रद्युम्न को सबसे पहले देखने वाले माली हरपाल ने बताया कि उसने बच्चे की चीख सुनी और बाथरूम की तरफ तेजी से गया। SIT के दो सब-इंस्पेक्टरओं ने रेयान इंटरनेशनल स्कूल की निलंबित प्रिंसिपल से भी पूछताछ की है। आरोपी बस कंडक्टर अशोक कुमार का डीएनए टेस्ट करवाने के आदेश हैं। आरोपी अशोक कुमार के ब्लड और सीमन सैंपल जांच के लिए मधुबन लैब भेज दिए गए हैं। साथ ही अशोक और बच्चे के कपड़े भी जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिए गए हैं।

आपको बता दें कि गुड़गांव पुलिस की टीम मुंबई छानबीन के लिए पहुंच गई है इसलिए स्कूल मालिकों को भी गिरफ्तारी का डर सता रहा है। और ऐसा नहीं है कि सिर्फ गुड़गांव के रेयान की ही सुरक्षा व्यवस्था में खामियां हैं। रेयान के लगभग हर स्कूल में सुरक्षा व्यवस्था में भारी चूकें मिली हैं।

यही वजह है कि गिरफ्तारी की आशंका में रेयान ग्रुप के चेयरमैन, सीईओ और एमडी ने बांबे हाईकोर्ट में सोमवार को ही अर्जी लगा दी थी ताकि गिरफ्तारी की हालत में उन्हें अग्रिम ज़मानत मिल जाए। शुक्रवार को इस अर्ज़ी पर फिर सुनवाई होगी।

जानिए पूरा मामला

बीते शुक्रवार गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी क्लास में पढ़ने वाले 7 साल के मासूम प्रद्युम्न की गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। पुलिस पूछताछ में स्कूल बस के कंडक्टर अशोक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। अशोक ने पुलिस को बताया कि उसने प्रद्युम्न के साथ कुकर्म करने की कोशिश की थी. नाकाम होने पर पकड़े जाने के डर से उसने प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दी।