पटना/ रांची, चारा घोटाले में झारखंड के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को अब रंगों के त्योहार की याद सताने लगी है। होली सिर पर है, ऐसे में उनकी चिंता है कि कहीं रंगों का त्योहार भी सलाखों के पीछे ही न गुजर जाए।
अपने लोगों के बीच होली खेलने की ललक में उन्होंने गुरुवार को कोर्ट से शीघ्र निर्णय का अनुरोध किया। कोर्ट में लालू ने कहा, होली के पहले जजमेंट कर दीजिए सर, कम से कम हम लोग होली तो मना लेंगे। जज ने कहा कि जल्द ही फैसला होगा। आपसे गलती यह हुई है कि आप अच्छे-अच्छे अफसर नहीं रखते थे।
लालू ने कहा कि सिस्टम बहुत गड़बड़ है सर। जज ने कहा कि आप लोग चाहेंगे तो सब सिस्टम ठीक होगा। अचानक कोडरमा के कांग्रेस जिलाध्यक्ष शंकर यादव की हत्या की बात भी न्यायलय में उठी। इस पर जज ने कहा कि मंत्रियों को लाल बत्ती भी खत्म कर दी गई है।
इस पर लालू ने कहा कि अच्छा हुआ सर, लाल बत्ती से खतरा भी होता है। बॉडी गार्ड घटना के पहले ही भाग जाता है। लालू ने कहा कि चाईबासा कोषागार से संबंधित चारा घोटाला कांड संख्या आरसी 20ए/96 में हड़बड़ी में जजमेंट हुआ है।
लालू ने कहा कि देवघर मामले में आपने जो जजमेंट दिया है, उससे आपका बहुत नाम हुआ है। जज ने कहा कि मेरा नाम नहीं, लालू प्रसाद के चलते नाम हुआ है। इस पर लालू ने कहा कि तबो त रहम करिये सर। पेशी के बाद निकले लालू प्रसाद ने कोर्ट परिसर में मीडियाकर्मियों से बातचीत की।
उन्होंने कहा कि बिहार में वह यूपीए के साथ मिलकर उपचुनाव लड़ेंगे। मौजूद अधिवक्ताओं के अनुसार, दुमका कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में लालू प्रसाद ने सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में जज से मौखिक संवाद किया।