पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच रिकी पोंटिंग ने बॉल टेंपरिंग मामले में दागी स्टीव स्मिथ और उपकप्तान डेविड वॉर्नर को मिली सजा का समर्थन का किया है.
पोंटिंग ने गुरुवार को कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका में पिछले दिनों में काफी कुछ घटा है. खिलाड़ियों को बहुत कुछ सुनने और देखने को मिला है. गेंद से छेड़खानी मामले में विश्व क्रिकेट जगत में ऑस्ट्रेलिया को भी आरोपों का सामना करना पड़ा है. लेकिन कुल मिलाकर मामले में खिलाड़ियों को मिली सजा सही है. यदि आप कुछ गलत करते हैं, तो इसका खामियाजा आपको भुगतना पड़ता है. खिलाड़ियों के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है, क्रिकेट को बेदाग रखने के लिए यह सजा सही है.’
आईएएनएस के मुताबिक यह पूछे जाने पर कि गेंद से छेड़खानी मामले में खिलाड़ियों से ज्यादा कोच जिम्मेदार हैं, तो पोंटिंग ने कहा, ‘कोच ने अगर कुछ गलत किया है, तो उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए. लेकिन मुझे लगता है कि इस मामले में पहले ही सब कुछ हो चुका है और खिलाड़ियों ने भी अपने ऊपर लगे प्रतिबंध को स्वीकार कर लिया है.’
पोंटिंग ने दिल्ली के कोच के रूप में अपनी भूमिका को लेकर कहा, ‘दिल्ली का कोच बनना मेरे लिए सम्मान की बात है. मेरे करियर में यह एक नई तरह की चुनौती है और मैं इसे स्वीकार करता हूं. दिल्ली में काफी प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी हैं और इनके साथ काम करने के लेकर मैं भी बहुत उत्साहित हूं. गंभीर का अनुभव और युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन दिल्ली को इस बार एक ऊंचाई तक पहुंचा सकता है.’
यह पूछे जाने पर कि ऑस्ट्रेलिया के कप्तान के रूप में वह बहुत आक्रामक थे. क्या वैसी ही आक्रामकता यहां भी देखने को मिलेगी? इस पर पोंटिंग ने कहा, ‘आक्रामकता से ही मैच नहीं जीता जा सकता. आपको एक नई रणनीति के साथ उतरना होता है. आक्रामकता ठीक है, लेकिन सही समय पर ही. टीम में युवा खिलाड़ी हैं और वे आक्रामक रहेंगे, लेकिन हमें आक्रामकता से ज्यादा अपनी जीत पर ध्यान केंद्रित करना होगा और एक सामूहिक प्रदर्शन देना होगा.’